ETV Bharat / bharat

देहरादून में क्रिप्टो फ्रॉड मामले में सील कॉम्प्लेक्स का ताला टूटा, जरूरी सामान चोरी, दिल्ली पुलिस ने दर्ज करवाया मुकदमा

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 8, 2023, 9:31 AM IST

Crypto fraud case in Dehradun complex देहरादून में दिल्ली पुलिस ने क्रिप्टो फ्रॉड मामले में कुछ समय पहले एक कॉम्प्लेक्स को सील किया था. कॉम्प्लेक्स में मिले रिग्स,ग्राफिक कार्ड और सर्वर को दिल्ली पुलिस उस वक्त अपने साथ नहीं ले जा सकी थी. अब खबर है कि इस कॉम्प्लेक्स से ये सभी चीजें गायब हो गई हैं.

Etv Bharat
देहरादून में क्रिप्टो फ्रॉड मामले में सील कॉम्प्लेक्स का ताला टूटा

देहरादून(उत्तराखंड): थाना क्लेमेंटाउन क्षेत्र के अंर्तगत साल 2018 में दिल्ली पुलिस ने एक कॉम्प्लेक्स को सील किया था. अब पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश पर जब टीम सील कॉम्प्लेक्स में पहुंची तो कॉम्प्लेक्स के तालों में सील लगी हुई थी, लेकिन शटर टूटा हुआ था. कॉम्प्लेक्स के अंदर से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम के माइनिंग उपकरण कंप्यूटर और सर्वर चोरी हो गए हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर की तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेंटाउन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई की साल 2018 में दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट कमल सिंह और इंजीनियर विजय कुमार फर्जी तरीके से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम की माइनिंग कर रहे हैं. इसके बाद इन्हें बिट्स टू बीटीसी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट से बचा जा रहा है. इस तरह आरोपियों ने 100 करोड़ रुपए बनाये. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने 23 अप्रैल 2018 को क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र में 4000 वर्ग मीटर के कॉम्प्लेक्स में छापा मारा. छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस ने कॉम्प्लेक्स दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान इथेरियम माइनिंग के उपकरण सील कर दिए. इनमें 100 रिग्स,8 सर्वर और ग्राफिक कार्ड शामिल थे. उस दिल्ली पुलिस अपने साथ नहीं ले जा सकी. पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के शटर पर ताला लगाकर सील कर दिया.

पढे़ं- करोड़ों का चूना लगाने वाला दिल्ली पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरेस्ट, गर्लफ्रेंड के साथ बॉर्डर को बनाया था ठिकाना

अब मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने घटनास्थल के जांच करने के आदेश दिए है. आदेश के तहत फोरेंसिक टीम के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर सतीश कुमार क्लेमेंटाउन स्थित कॉम्प्लेक्स में पहुंचे. उन्होंने देखा तालों पर सील लगी थी,लेकिन शटर ऊपर की ओर से टूटे हुए थे. टीम ने अंदर जाकर देखा तो रिग्स,ग्राफिक कार्ड और सर्वर गायब थे. अंदर सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और कुछ तार पड़ी हुई थी.

पढे़ं- ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 13 लाख की ठगी करने वाला अरेस्ट, नाबालिग का रेप कर हत्या करने वाला आरोपी भी पकड़ा गया

थाना क्लेमेंटाउन प्रभारी शिशुपाल सिंह राणा ने बताया इंस्पेक्टर सतीश कुमार की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. साथ ही आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किये जा रहे हैं.

देहरादून(उत्तराखंड): थाना क्लेमेंटाउन क्षेत्र के अंर्तगत साल 2018 में दिल्ली पुलिस ने एक कॉम्प्लेक्स को सील किया था. अब पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश पर जब टीम सील कॉम्प्लेक्स में पहुंची तो कॉम्प्लेक्स के तालों में सील लगी हुई थी, लेकिन शटर टूटा हुआ था. कॉम्प्लेक्स के अंदर से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम के माइनिंग उपकरण कंप्यूटर और सर्वर चोरी हो गए हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर की तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेंटाउन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई की साल 2018 में दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट कमल सिंह और इंजीनियर विजय कुमार फर्जी तरीके से क्रिप्टो करेंसी इथेरियम की माइनिंग कर रहे हैं. इसके बाद इन्हें बिट्स टू बीटीसी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट से बचा जा रहा है. इस तरह आरोपियों ने 100 करोड़ रुपए बनाये. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने 23 अप्रैल 2018 को क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र में 4000 वर्ग मीटर के कॉम्प्लेक्स में छापा मारा. छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस ने कॉम्प्लेक्स दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान इथेरियम माइनिंग के उपकरण सील कर दिए. इनमें 100 रिग्स,8 सर्वर और ग्राफिक कार्ड शामिल थे. उस दिल्ली पुलिस अपने साथ नहीं ले जा सकी. पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के शटर पर ताला लगाकर सील कर दिया.

पढे़ं- करोड़ों का चूना लगाने वाला दिल्ली पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरेस्ट, गर्लफ्रेंड के साथ बॉर्डर को बनाया था ठिकाना

अब मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने घटनास्थल के जांच करने के आदेश दिए है. आदेश के तहत फोरेंसिक टीम के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर सतीश कुमार क्लेमेंटाउन स्थित कॉम्प्लेक्स में पहुंचे. उन्होंने देखा तालों पर सील लगी थी,लेकिन शटर ऊपर की ओर से टूटे हुए थे. टीम ने अंदर जाकर देखा तो रिग्स,ग्राफिक कार्ड और सर्वर गायब थे. अंदर सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और कुछ तार पड़ी हुई थी.

पढे़ं- ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 13 लाख की ठगी करने वाला अरेस्ट, नाबालिग का रेप कर हत्या करने वाला आरोपी भी पकड़ा गया

थाना क्लेमेंटाउन प्रभारी शिशुपाल सिंह राणा ने बताया इंस्पेक्टर सतीश कुमार की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. साथ ही आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किये जा रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.