चंडीगढ़: केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुग्राम जिले के लोहटकी गांव के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai expressway in Sohna Gurugram) का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उपस्थित रहे. इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली मुंबई हाइवे 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि पहले इस सफर को पूरा करने में जहां 48 घंटे का समय लगता था, वहीं एक्सप्रेस वे बनने के बाद यह सफर 12 घंटों में ही पूरा हो जाएगा. गडकरी ने कहा कि इससे समय के साथ-साथ फ्यूल की भी बचत होगी.
केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सिफारिश पर कहा कि मानेसर, कापड़ीवास और बिलासपुर में हाइवे पर अंडरपास बनेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुम्बई विश्व का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है. इस एक्सप्रेसवे पर एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था होगी और ड्रोन भी उतारे जाएंगे. पलवल में केजेपी और एनएचआई के लिए सर्विस रोड मंजूर किया गया है. हाइवे पर प्रदूषण कंट्रोल करने के उपकरण लगेंगे. इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली में 47% तक प्रदूषण की कमी आएगी.
इस दौरान एनएचएआई के नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे. नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. उन्होंने कहा कि साल 2019 के दौरान इसका शिलान्यास किया गया था. 1,380 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे में हरियाणा का लगभग 160 किलोमीटर का हिस्सा है. हरियाणा का अधिकतर हिस्सा सोहना से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका तक होगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक्सप्रेस-वे बनने के बाद 12 घंटे में कार से जनता दिल्ली से मुंबई का सफर कर सकेगी.
गुरुग्राम जिले के सोहना में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे की प्रगति का जायजा लेते हुए गडकरी ने कहा कि हरियाणा में 6 जगहों पर सड़क किनारे जन-सुविधाएं मिलेंगी. जिससे स्थानीय उत्पादकों को प्राथमिकता दी जाएगी. इसमें हेलीकॉप्टर एंबुलेंस की सेवाएं भी दी जाएंगी. हम इसमें ड्रोन का उपयोग भी करेंगे जो उद्योग और व्यवसाय के लिए उपयोगी होगा.
गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने ईस्टर्न पेरीफेरल रोड बनाकर दिल्ली में प्रदूषण कम किया. इसे और कम करने के लिए दिल्ली-NCR में हम करीब 53,000 करोड़ रुपए की 15 योजनाएं में से 14 पर काम शुरू हो गया. दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक और प्रदूषण से राहत मिलेगी.
वहीं, उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, जिसमें करीब 2,100 करोड़ रुपए की लागत आएगी. केंद्रीय मंत्री ने कहाकि 31 किमी 6 लेन ग्रीनफील्ड मार्ग जेवर एयरपोर्ट के लिए भी बना रहे हैं.