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दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष बोले, वैक्सीन इलाज नहीं, बचाव है

ईटीवी भारत ने दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल से खास बातचीत की. डॉक्टर ग्रेवाल ने कहा कि वैक्सीन आने का मतलब यह नहीं है कि यह बीमारी का इलाज है, बल्कि यह बीमारी से बचाव है.

President of Delhi Medical Association
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष
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Published : Dec 9, 2020, 6:33 PM IST

नई दिल्ली : इस बात की उम्मीद की जा सकती है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ पिछले 10 महीनों से जारी जंग अब अपने अंतिम दौर में हैं. अब लोगों तक जल्द ही वैक्सीन पहुंचने का इंतजार है, लेकिन कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर कई सवाल भी सामने आ रहे हैं. जैसे, किस प्रकार से यह वैक्सीन काम करेगी? क्या यह वैक्सीन कोरोना वायरस को खत्म करेगी? और क्या एक बार वैक्सीन लगने के बाद दोबारा संक्रमण नहीं होगा? इसको लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल से खास बातचीत की.

'इससे पहले वैक्सीन ने कई बड़ी-बड़ी बीमारियों को खत्म किया'
डॉक्टर ग्रेवाल ने कोरोना वैक्सीन को लेकर कही कि इससे पहले देश में कई गंभीर बीमारियों की वैक्सीन आ चुकी है, जो कारगर साबित हुई है. चिकन पॉक्स, पोलियो जैसी गंभीर बीमारियों की भी वैक्सीन आई है. वैक्सीन से ही इन गंभीर बीमारियों को खत्म किया गया है और अब उम्मीद है कि जल्द कोरोना की वैक्सीन लोगों तक पहुंच जाएगी. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि यह वैक्सीन सही तरीके से लोगों तक पहुंचे और इसका असर सही हो.

कोरोना वैक्सीन की बारीकियां समझाते हुए दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष, डॉक्टर जीएस ग्रेवाल

'स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को लगाया गया था वैक्सीन का टीका'
वहीं, डॉक्टर ग्रेवाल ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को वैक्सीन लगाए जाने के पर कहा कि वैक्सीन अभी ट्रायल पर है ऐसे में वैक्सीन कितनी कारगर है, यह कह पाना मुश्किल है क्योंकि यह अभी ट्रायल है, लेकिन इसमें घबराने की जरूरत नहीं है.

वैक्सीन इलाज नहीं बल्कि महामारी से बचाव है: डॉ ग्रेवाल
डॉ. ग्रेवाल ने वैक्सीन पर लोगो की निर्भरता को देखते हुए कहा कि वैक्सीन आने का मतलब यह नहीं है कि यह बीमारी का इलाज है, बल्कि यह बीमारी से बचाव है. इसका मतलब यह नहीं है कि जो सावधानियां अभी बरती जा रही है, वैक्सीन लगाए जाने के बाद उनकी आवश्यकता नहीं होगी. आपके शरीर में कुछ ऐसे एंटीबॉडीज डाले जाते हैं जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं और जब दोबारा आपके शरीर में संक्रमण आता है तो वह एंटीबॉडीज उसे फैलने नहीं देते उसे खत्म कर देते हैं इसी को वैक्सीन कहते हैं.

'सभी वैक्सीन डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइन के अंतर्गत तैयार की जा रही है'
डॉक्टर ग्रेवाल ने वैक्सीन पर आगे जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की वैक्सीन पर अलग-अलग वैज्ञानिक काम कर रहे हैं, ऐसे में जो भी वैक्सीन तैयार की जा रही है, उन पर रिसर्च की जा रही है और सभी डब्ल्यूएचओ गाइडलाइन के अंतर्गत काम कर रहे हैं. ऐसे में सभी नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए ही वैक्सीन लोगों तक पहुंचेगी. ऐसे में लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि बहुत जल्द इंतजार खत्म होने वाला है और कुछ ही दिनों में लोगों तक वैक्सिंग पहुंचने वाली है.

नई दिल्ली : इस बात की उम्मीद की जा सकती है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ पिछले 10 महीनों से जारी जंग अब अपने अंतिम दौर में हैं. अब लोगों तक जल्द ही वैक्सीन पहुंचने का इंतजार है, लेकिन कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर कई सवाल भी सामने आ रहे हैं. जैसे, किस प्रकार से यह वैक्सीन काम करेगी? क्या यह वैक्सीन कोरोना वायरस को खत्म करेगी? और क्या एक बार वैक्सीन लगने के बाद दोबारा संक्रमण नहीं होगा? इसको लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल से खास बातचीत की.

'इससे पहले वैक्सीन ने कई बड़ी-बड़ी बीमारियों को खत्म किया'
डॉक्टर ग्रेवाल ने कोरोना वैक्सीन को लेकर कही कि इससे पहले देश में कई गंभीर बीमारियों की वैक्सीन आ चुकी है, जो कारगर साबित हुई है. चिकन पॉक्स, पोलियो जैसी गंभीर बीमारियों की भी वैक्सीन आई है. वैक्सीन से ही इन गंभीर बीमारियों को खत्म किया गया है और अब उम्मीद है कि जल्द कोरोना की वैक्सीन लोगों तक पहुंच जाएगी. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि यह वैक्सीन सही तरीके से लोगों तक पहुंचे और इसका असर सही हो.

कोरोना वैक्सीन की बारीकियां समझाते हुए दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष, डॉक्टर जीएस ग्रेवाल

'स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को लगाया गया था वैक्सीन का टीका'
वहीं, डॉक्टर ग्रेवाल ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को वैक्सीन लगाए जाने के पर कहा कि वैक्सीन अभी ट्रायल पर है ऐसे में वैक्सीन कितनी कारगर है, यह कह पाना मुश्किल है क्योंकि यह अभी ट्रायल है, लेकिन इसमें घबराने की जरूरत नहीं है.

वैक्सीन इलाज नहीं बल्कि महामारी से बचाव है: डॉ ग्रेवाल
डॉ. ग्रेवाल ने वैक्सीन पर लोगो की निर्भरता को देखते हुए कहा कि वैक्सीन आने का मतलब यह नहीं है कि यह बीमारी का इलाज है, बल्कि यह बीमारी से बचाव है. इसका मतलब यह नहीं है कि जो सावधानियां अभी बरती जा रही है, वैक्सीन लगाए जाने के बाद उनकी आवश्यकता नहीं होगी. आपके शरीर में कुछ ऐसे एंटीबॉडीज डाले जाते हैं जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं और जब दोबारा आपके शरीर में संक्रमण आता है तो वह एंटीबॉडीज उसे फैलने नहीं देते उसे खत्म कर देते हैं इसी को वैक्सीन कहते हैं.

'सभी वैक्सीन डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइन के अंतर्गत तैयार की जा रही है'
डॉक्टर ग्रेवाल ने वैक्सीन पर आगे जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की वैक्सीन पर अलग-अलग वैज्ञानिक काम कर रहे हैं, ऐसे में जो भी वैक्सीन तैयार की जा रही है, उन पर रिसर्च की जा रही है और सभी डब्ल्यूएचओ गाइडलाइन के अंतर्गत काम कर रहे हैं. ऐसे में सभी नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए ही वैक्सीन लोगों तक पहुंचेगी. ऐसे में लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि बहुत जल्द इंतजार खत्म होने वाला है और कुछ ही दिनों में लोगों तक वैक्सिंग पहुंचने वाली है.

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