नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 22-23 नवंबर को कंबोडिया जाएंगे और आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे. वह आसियान द्वारा कलेक्टिव सिक्योरिटी की रणनीति के तहत वार्षिक ADMM (ASEAN Defense Ministers Meeting) की बैठक में हिस्सा लेंगे. 10वें आसियान शिखर सम्मेलन में आसियान द्वारा कलेक्टिव सिक्योरिटी (collective security) की रणनीति अपनाई गई, जिसके तहत वार्षिक ADMM के गठन की योजना बनाई गई.
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ADMM की पहली बैठक 9 मई, 2006 को कुआलालंपुर में आयोजित की गई थी. ASEAN के सभी सदस्य देश ADMM के सदस्य हैं. इसका उद्देश्य ASEAN देशों में रक्षा के क्षेत्र में बातचीत और सहयोग के माध्यम से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना है. ADMM प्लस की स्थापना 2007 में सिंगापुर में आयोजित ADMM की दूसरी बैठक में ADMM Plus की स्थापना हेतु संकल्पना पत्र अपनाया गया था.
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ADMM-Plus, आसियान और इसके वार्ता साझेदार देशों के लिए क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास हेतु सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूती प्रदान करने वाला एक मंच है. ADMM Plus के साझेदार देशों में आसियान के अलावा ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूज़ीलैंड, दक्षिणी कोरिया, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं. आसियान के अलावा अन्य को सामूहिक रूप से 'प्लस देशों' के रूप में संदर्भित किया जाता है. ADMM प्लस के तहत रक्षा के क्षेत्र में सहयोग के निम्नलिखित पांच क्षेत्रों पर सहमति व्यक्त की गई है: समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी, मानवीय सहायता और आपदा राहत, शांति व्यवस्था और सैन्य चिकित्सा.
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आसियान 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का अंतर-सरकारी संगठन है. इसकी स्थापना 6 अगस्त 1967 को हुई थी. इसका मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है. इसके सदस्य देश इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम हैं.
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