अहमदाबाद: अरब सागर से उठा चक्रवात 'बिपारजॉय' गुजरात के कच्छ से केवल 260 किमी दूर स्थित है. चक्रवात के कारण समुद्र की बड़ी-बड़ी लहरें तटों से टकरा रही हैं. ये दृश्य किसी प्राकृतिक खौफनाक मंजर से कम नहीं लग रहा है. केंद्र सरकार तूफान को लेकर हाई अलर्ट पर है. बहरहाल, तटीय क्षेत्रों में बजे गांवों से अब तक 47,113 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि चक्रवात कच्छ से केवल 260 कि.मी दूर पर है. बचाव, बिजली, सड़क, मोबाइल टावर आदि पर कार्य योजना तैयार है. कच्छ में स्थित जखाऊ पोर्ट के 0 से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले कुल 47113 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. आगे की निकासी का कार्य शाम तक तक पूरा कर लिया जाएगा.
कच्छ जिले में 3.5 तीव्रता का भूकंप : कच्छ जिले में बुधवार शाम ऐसे समय 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जब क्षेत्र में चक्रवात 'बिपरजॉय' तट की ओर बढ़ रहा है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने कहा कि भूकंप कच्छ जिले के भचाऊ से पांच किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम में शाम पांच बजकर पांच मिनट पर महसूस किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'बिपारजॉय' के बृहस्पतिवार शाम तक सौराष्ट्र, कच्छ और आसपास के पाकिस्तानी तटों से गुजरने तथा कच्छ में जखौ बंदरगाह से टकराने की संभावना है.
सीएम भूपेंद्र पटेल ने संभावित चक्रवात प्रभावित जिलों के सरपंच से की चर्चा : चक्रवात के गुजरात में 15 जून को जखौ बंदरगाह के पास टकराने की संभावना है. वहीं चक्रवात के प्रबल होने को देखते हुए केंद्र सरकार भी संभावित स्थिति और तैयारियों पर नजर बनाए हुए है. साथ ही जमीनी हालात का अंदाजा लगाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उन जिलों के सरपंचों से टेलीफोन पर बातचीत की जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है.
गांव को रस्सी से बांधा : जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने तेज हवाओं और भारी वर्षा का सामना करने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. अपने घर को सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करने के उपाय के रूप में अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं.
-
#WATCH | Gujarat | Residents of Rasulnagar village in Jamnagar put up ropes across their village as a measure to ensure their movement while braving the strong winds and heavy rainfall that is likely to be experienced during #CycloneBiparjoy. pic.twitter.com/xCrZOYGHHY
— ANI (@ANI) June 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Gujarat | Residents of Rasulnagar village in Jamnagar put up ropes across their village as a measure to ensure their movement while braving the strong winds and heavy rainfall that is likely to be experienced during #CycloneBiparjoy. pic.twitter.com/xCrZOYGHHY
— ANI (@ANI) June 14, 2023#WATCH | Gujarat | Residents of Rasulnagar village in Jamnagar put up ropes across their village as a measure to ensure their movement while braving the strong winds and heavy rainfall that is likely to be experienced during #CycloneBiparjoy. pic.twitter.com/xCrZOYGHHY
— ANI (@ANI) June 14, 2023
290 कि.मी दूर स्थित बिपरजॉय : उन्होंने बताया कि बिपरजॉय कच्छ से 290 कि.मी दूर है और इसके जखाउ में लैंडफॉल के दौरान 150 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. द्वारका खंभालिया और मांडवी में भी चक्रवात का प्रभाव नजर आने लगा है. पिछले 24 घंटों में तेज हवाओं के साथ 90 मिलीमीटर तक भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है. प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए लोगों का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि जूनागढ़ में 4,462, कच्छ में 17,739, जामनगर में 8,542, पोरबंदर में 3,469, द्वारका में 4,863, मोरबी में 1,936 और राजकोट में 4,497 कुल 47,113 लोगों को निकाला गया है.
-
#WATCH गांधीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपोरजोय पर समीक्षा बैठक की।#CycloneBiparjoy pic.twitter.com/2QyEvacRfm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH गांधीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपोरजोय पर समीक्षा बैठक की।#CycloneBiparjoy pic.twitter.com/2QyEvacRfm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023#WATCH गांधीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपोरजोय पर समीक्षा बैठक की।#CycloneBiparjoy pic.twitter.com/2QyEvacRfm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023
पांडेय ने सीएम भूपेंद्र पटेल से समीक्षा के बाद आगे कहा कि चक्रवात की गति को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि चक्रवात से सारी तकनीक क्षतिग्रस्त हो सकती है. चक्रवात के दौरान और बचाव कार्य के दौरान मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं होने पर सैटेलाइट फोन और हैम रेडियो सेवाएं भी शुरू की जाएंगी. इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा मोबाइल टावरों की इंटर-कनेक्टिविटी प्रणाली भी शुरू की गई है.
-
पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है: गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी, द्वारका pic.twitter.com/DseskDfHWB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है: गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी, द्वारका pic.twitter.com/DseskDfHWB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है: गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी, द्वारका pic.twitter.com/DseskDfHWB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023
आठ जिलों में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें : भारत सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आपदा का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है. एनडीआरएफ की दो टीमें जो राजकोट में रिजर्व थीं, उन्हें कच्छ भेजा गया है. पांडेय ने आगे कहा कि एनडीआरएफ की टीम फिलहाल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और तूफान के दौरान क्या करें और क्या न करें, इसकी जानकारी दे रही है. फिलहाल आठ जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं. गांधीनगर में रिजर्व में रही एक टीम को राजकोट भेजा गया है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर पंजाब और तमिलनाडु से और टीमों को एयरलिफ्ट किया जाएगा.
रक्षा मंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों से बात की : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपारजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. सिंह ने ट्विटर पर कहा, 'तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपारजॉय' के संबंध में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की.' उन्होंने कहा, "सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति या आपात स्थिति से निपटने में अधिकारियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं." चक्रवात ‘बिपारजॉय’ गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है.
-
#WATCH | High tide waves hit Gujarat as cyclone #Biparjoy intensified into a severe cyclonic storm
— ANI (@ANI) June 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Visuals from Dwarka) pic.twitter.com/4c8roLFre1
">#WATCH | High tide waves hit Gujarat as cyclone #Biparjoy intensified into a severe cyclonic storm
— ANI (@ANI) June 14, 2023
(Visuals from Dwarka) pic.twitter.com/4c8roLFre1#WATCH | High tide waves hit Gujarat as cyclone #Biparjoy intensified into a severe cyclonic storm
— ANI (@ANI) June 14, 2023
(Visuals from Dwarka) pic.twitter.com/4c8roLFre1
बीएसएफ के तैयारियों की आईजी ने की समीक्षा : चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को देखते हुए बीएसएफ ने चक्रवात के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए खुद को तैयार कर लिया है. बिपरजॉय के 15 जून को जखाऊ तट के पास लैंडफॉल करने की उम्मीद है और उसके बाद राजस्थान की ओर रूख कर जाएगा. बीएसएफ आईजी रवि गांधी ने चक्रवात से संभावित विनाशकारी प्रभावों को कम करने के लिए अपनाए जा रहे उपायों की समीक्षा की. साथ ही भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया. जखाऊ तट के करीब स्थित गुनाओ गांव के करीब 50 ग्रामीणों को बीएसएफ की गुनाओ चौकी में स्थानांतरित कर दिया गया है.
स्वामीनारायण मंदिर 11,000 फूड पैकेट का वितरित करेगा : तूफान के दौरान भुज स्वामीनारायण मंदिर द्वारा लोगों के लिए 11,000 फूड पैकेट तैयार किए गए हैं. इन फूड पैकेट्स को मांडवी, जखौ, नलिया आदि क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। बूंदी और गांठिया के प्रसाद को फुट पैकेट में बांटने की योजना है. कार्यालय में सेवा संगठनों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें संभावित तूफान की स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टर से सेवा आदेश के अनुरूप सभी संस्थाएं, भुज नूतन स्वामीनारायण मंदिर के प्रमुख कोठारी मुरजी शियानी एवं ट्रस्टी शशिकांत ठक्कर उपस्थित थे. वहीं भुज स्वामीनारायण मंदिर द्वारा प्रभावितों को पर्याप्त मात्रा में भोजन पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सेवा गतिविधियां शुरू की गई हैं.
-
#WATCH | High tide waves hit Mumbai as cyclone 'Biporjoy' intensifies
— ANI (@ANI) June 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Visuals from Gateway of India) pic.twitter.com/C1vhrHiWZS
">#WATCH | High tide waves hit Mumbai as cyclone 'Biporjoy' intensifies
— ANI (@ANI) June 14, 2023
(Visuals from Gateway of India) pic.twitter.com/C1vhrHiWZS#WATCH | High tide waves hit Mumbai as cyclone 'Biporjoy' intensifies
— ANI (@ANI) June 14, 2023
(Visuals from Gateway of India) pic.twitter.com/C1vhrHiWZS
इससे पहले अमित शाह से सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा की. दोनों राज्यों में सरकार की ओर से तूफान को लेकर उठाए गए कदमों पर उन्होंने संतोष जताया. शाह ने गुजरात सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने तूफान की चपेट में आने वाले 30 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है.
अमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि किसी भी नुकसान की स्थिति में , इन सेवाओं को तुरंत बहाल किया जा सकता है. शाह ने सभी अस्पतालों में मोबाइल और लैंडलाइन कनेक्टिविटी और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
पढ़ें: Cyclone Biparjoy : बिपरजॉय हुआ विकराल, पांच की मौत, 20 हजार लोगों को किया गया रेस्क्यू
जानकारी के अनुसार गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है. बताया जा रहा है कि यह तूफान का प्रभाव है. मौसम विभाग के अनुसार बृहस्तिवार दोपहर तक गुजरात और महाराष्ट्र के तटों पर बिपरजॉय के पहुंचने की संभावना है. इस बीच गुजरात में अमरेली पुलिस ने जाफराबाद में सियालबेट के ग्रामीणों को सब्जियां और दूध सहित आवश्यक सामान पहुंचाया गया.भुज में जखाऊ बंदरगाह पर मछली पकड़ने के लिए बड़ी संख्या में नावें खड़ी की गई हैं. मछुआरों के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है. तूफान के गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की संभावना है. द्वारका जिले में 400 से अधिक आश्रय गृहों की पहचान की गई है और लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया जा रहा है.