नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की एक महिला डॉक्टर से साइबर ठगों ने साढ़े चार करोड़ रुपए ठग लिए. महिला की शिकायत पर स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. महिला ने बताया है कि आरोपियों ने पांच मई को कॉल करके खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए यह ठगी की है. आरोपियों ने महिला से यह भी कहा कि वह इस घटना के बारे में किसी को न बताए अन्यथा वह मुसीबत में फंस जाएगी. ठगों ने महिला को स्काइप कॉल की थी. महिला डॉक्टर को सबसे पहले ठग ने खुद को एक कोरियर कंपनी का स्टाफ बताते हुए कॉल किया. कहा कि महिला के कोरियर आया है जो कि जब्त कर लिया गया है क्योंकि उसमें ड्रग्स था.
इसके बाद एक दूसरे व्यक्ति ने खुद को महाराष्ट्र नारकोटिक्स डिपार्टमेंट का अधिकारी बताते हुए कॉल कर कहा कि महिला का पार्सल जब्त कर लिया गया है. क्योंकि उसमें ड्रग्स मिला है. उसने बताया कि पार्सल में महिला का पासपोर्ट और बैंकिंग दस्तावेज भी है. यह पार्सल 21 अप्रैल को मुंबई से ताइवान के लिए महिला के क्रेडिट कार्ड से बुक किया गया था. उसने महिला से कहा कि यह मनी लांड्रिंग का मामला है. इसलिए उसने अंधेरी पुलिस स्टेशन अधिकारी बनकर बात कर रहे एक व्यक्ति से फोन पर बात करवाई. इसके बाद ठगों ने आरबीआई अधिकारी, सीमा शुल्क अधिकारी और नारकोटिक्स अधिकारी बनकर बात किया.
ठगों ने महिला को बताया कि उनकी आईडी का इस्तेमाल मुंबई में 23 बैंक खाते खोलने में हुआ है जिनके माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की गई है. इसलिए वह मनी लॉन्ड्रिंग में फंस सकती हैं. आरबीआई का अधिकारी बन कर बात कर रहे ठग ने महिला से कहा कि उनको अपने सभी खातों का वेरिफिकेशन कराने के लिए अपने बैंक में उपलब्ध पूरा अमाउंट आरबीआई के बैंक खाते में ट्रांसफर करना पड़ेगा. वेरिफिकेशन होने के बाद उनकी पूरी राशि वापस कर दी जाएगी. इस पर महिला ने अपने बैंक खातों से साढ़े चार करोड़ रुपए ठगों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दी. इसके बाद ठगों के फोन बंद हो गए तो महिला को ठगी का अहसास हुआ. पीड़ित महिला की शिकायत पर स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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