हैदराबाद: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रोडमैप को अंतिम रूप देने और रणनीति पर चर्चा के लिए शनिवार को हैदराबाद में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होने जा रही है (CWC meeting in Hyderabad).
पीसीसी इसके साथ-साथ रविवार को होने वाली सार्वजनिक बैठक को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. पिछले कुछ दिनों से सभी प्रमुख नेता सभाओं की व्यवस्था और जनसभा में लोगों को इकट्ठा करने में व्यस्त हैं.
सीडब्ल्यूसी की बैठक दिल्ली से बाहर और वह भी तेलंगाना में, जहां पार्टी सत्ता में नहीं है. पार्टी नेताओं का मानना है कि ये बैठकें अगले विधानसभा चुनाव जीतने और तेलंगाना में सत्ता में आने के कांग्रेस के प्रयासों में योगदान देंगी. यही कारण है कि तेलंगाना के नेता सीडब्ल्यूसी बैठकों और सार्वजनिक बैठकों की सफलता के लिए जुटे हुए हैं.
हाल ही में हाईकमान ने सीडब्ल्यूसी में सदस्यों, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्यों की नियुक्ति की है. इस समिति की पहली बैठक का स्थान हैदराबाद होगा. चारों मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ कांग्रेस का पूरा शीर्ष नेतृत्व 16 और 17 तारीख को हैदराबाद में रहेगा. 16 को सीडब्ल्यूसी की बैठक, 17 को पीसीसी अध्यक्षों और सीएलपी नेताओं के साथ सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी. उसी शाम तुक्कुगुड़ा में आयोजित सार्वजनिक बैठक में भी शीर्ष नेता भाग लेंगे.
विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा का मौका : तेलंगाना के साथ-साथ छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और मिजोरम में भी दिसंबर में चुनाव होने हैं. कांग्रेस जहां तेलंगाना में बीआरएस से लड़ रही है, वहीं छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी से लड़ रही है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जाने वाले विधानसभा चुनाव में अपनाई जाने वाली रणनीति, किए जाने वाले कार्यक्रम, उम्मीदवारों के चयन में बरती जाने वाली सावधानियां, दूसरों के साथ समझदारी आदि विभिन्न मुद्दों पर बैठकों में चर्चा कर रोडमैप को अंतिम रूप देने का मौका है.
हाल ही में केंद्र ने 'एक राष्ट्र...एक चुनाव' की बात की है. इस पर चर्चा करने और संकल्प लेने का मौका है. पार्टी सदस्यों ने कहा कि बैठक में 'भारत' गठबंधन के दलों के साथ राज्यवार समझ और लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने की रणनीति पर गहन चर्चा की जाएगी. देश की आर्थिक स्थिति, कीमतों में बढ़ोतरी और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों पर प्रस्ताव पेश किया जाएगा.
बैठकों के लिए 56 सदस्य शुक्रवार को ही पहुंच जाएंगे. शीर्ष नेता खड़गे, सोनिया, राहुल, प्रियंका गांधी और अन्य लोग शनिवार सुबह पहुंचेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के मुख्यमंत्री शुक्रवार को ही पहुंच जाएंगे.
राज्य में सकारात्मक माहौल के लिए... आगामी विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही तेलंगाना कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठकों और प्रमुख नेताओं के दौरे का फायदा उठाकर राज्य में सकारात्मक माहौल बनाने की पुरजोर कोशिश कर रही है. इसके लिए राज्य, जिला और निर्वाचन क्षेत्र स्तर के नेताओं की कई समितियां बनाई गई हैं. 17 तारीख को होने वाली जनसभा के लिए विधानसभा क्षेत्र स्तर पर बैठकें आयोजित की गईं. लोकसभा क्षेत्रों के लिए नियुक्त प्रभारियों ने बैठकें आयोजित कीं. नेताओं का पूरा ध्यान लोगों को जुटाने में है.
ठाकरे ने लगाया आरोप: कांग्रेस पार्टी के राज्य मामलों के प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीआरएस और भाजपा ने मिलकर विजयभेरी सार्वजनिक बैठक को रोकने की कोशिश की. उन्होंने आलोचना की कि विपक्षी दलों की बैठकों में बाधा डालने की संस्कृति केवल तेलंगाना में देखी जाती है. सांसद उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि विजयभेरी सभा जहां शीर्ष नेता सोनिया, राहुल, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और चार राज्यों के मुख्यमंत्री मंच पर हों, ऐसे मौके बहुत कम होते हैं.