श्रीनगर : छत्तीसगढ़ के सुकमा से नक्सलियों के चुंगल से छुड़ाए गए सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास गुरुवार को एक हफ्ते बाद अपने घर पहुंचे. जम्मू पहुंचते ही राकेश्वर सिंह का परिवार और ग्रामीणों ने जमकर स्वागत किया.
जम्मू एयरपोर्ट पहुंचते ही राकेश्वर सिंह के दोस्तों और रिश्तेदारों ने उन्हें फूलों की माला पहनाकर ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया, जिसके बाद राकेश्वर सिंह को उनके गांव बरनाई ले जाया गया, जहां उनके स्वागत के लिए कांगड़ा फोर्ट पैलेस में स्वागत के विशेष बंदोबस्त किए गए थे.
बरनाई इलाके में स्थित राकेश्वर सिंह मन्हास के घर के बाहर उनके जानने वालों और दोस्तों का तांता लगा रहा. सभी लोग राकेश्वर को बधाई देने उनके घर पहुंचे. राकेश्वर सिंह के घर आने की खुशी में परिवार ने मिलने आने वाले सभी लोगों को मिठाई भेंट की.
पढ़ें- अशोक लेलैंड ने हल्के बुलेट प्रूफ वाहनों की पहली खेप वायुसेना को सौंपी
राकेश्वर सिंह ने उन सब लोगों का धन्यवाद किया, जो उस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ थे. इस दौरान हर कोई अपने नायक की एक झलक देखने को आतुर दिखा.
ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह की पत्नी मीना मन्हास ने मीडिया और सरकार का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि वो अभी तक राकेश्वर से नहीं मिली हैं और उन्होंने अब तक सिर्फ उनका हाल चाल जाना है.
बता दें कि तीन अप्रैल को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद राकेश्वर को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था.