भागलपुर: बिहार के भागलपुर का सृजन घोटाला काफी चर्चित रहा है. गुरुवार को इस घोटाले की आरोपी रजनी प्रिया को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी गाजियाबाद के साहिबाबाद कोतवाली क्षेत्र के राजेंद्र नगर से हुई है. इसके बाद उनको गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया और दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर बिहार लाया जा रहा है. सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 फरवरी को भागलपुर के पूर्व जिलाधिकारी केपी रमैया और मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था.
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अबतक 12 आरोपी जा चुके हैं जेल : अरबों रुपये के इस घोटाले में 27 आरोपी हैं. इनमें से 12 आरोपित जेल में हैं. सीबीआई कोर्ट ने तीन आरोपी केपी रमैया, अमित कुमार और रजनी प्रिया के खिलाफ कुर्की वारंट भी जारी की थी. इसके बाद सीबीआई ने अमित और रजनी प्रिया की 13 चल व अचल संपत्तियों की कुर्की जब्ती कर चुकी है. 2003 में भागलपुर के तत्कालीन डीएम केपी रमैया ने सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं को निर्देश दिया था कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के बैंकखाते में ही रुपया जमा किया जाए.
रजनी प्रिया थी सृजन की सचिव : डीएम के निर्देश के बाद सृजन के खाते में रुपये जमा करा दिये गए थे. इसके बाद सृजन की सचिव मनोरमा देवी ने अपनी मृत्यु से पहले बहू रजनी प्रिया को एनजीओ का सचिव बना दिया था. इससे नाराज होकर लोगों ने सृजन के खाते में जमा रुपये वापस ही नहीं किए. इस कारण भू-अर्जन विभाग का खाता बाउंस हो गया. तत्कालीन डीएम आदेश तितरमारे ने शक के आधार पर जांच कराई तो सृजन घोटाला सामने आया.
रजनी से हो रही पूछताछ : सृजन घोटाले में मुख्य आरोपी सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सचिव रजनी प्रिया और उसके पति अमित कुमार काफी दिनों से पकड़ से दूर थे. अब रजनी प्रिया की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल उठने लगा है कि उसके पति कहां है. इस पर सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि मनोरमा देवी के बेटे और रजनी के पति अमित कुमार की मौत हो चुकी है. फिलहाल रजनी से पूछताछ चल रही है. सच्चाई क्या है, पूछताछ के बाद ही सामने आ पाएगा.