अलीगढ़: अलीगढ़ में किन्नरों द्वारा युवक का प्राइवेट पार्ट काटने के मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में जिन किन्नरों पर आरोप लगाया गया वह सोमवार को एसएसपी से कार्यालय में मिलने के लिए पहुंच गए. आरोपी किन्नरों ने खुद को निर्दोष बताते हुए इंसाफ की मांग की. किन्नरों ने कहा कि यह झूठा केस दर्ज किया गया है. किन्नरों ने पुलिस प्रशासन से पूरी घटना को जांच की मांग की है.
दरअसल, जवां थाना क्षेत्र में एक युवक ने 6 किन्नरों पर मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें उसने किन्नरों पर बेहोश कर प्राइवेट पार्ट काटने का आरोप लगाया है. युवक बुलंदशहर का रहने वाला है. वह पिछले 14 सालों से किन्नरों के साथ नाचने गाने का काम करता है. इस मामले में जवां थाने की पुलिस ने रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद किन्नर खुद को निर्दोष बताने सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंच गए.
हालांकि पुलिस के अनुसार किन्नरों के बीच इलाके को लेकर विवाद चल रहा है. इसमें किन्नरों के दो गुट आमने-सामने है. पहले भी एक गुट ने दूसरे गुट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. घटना को लेकर शिवम किन्नर ने बताया कि हम लोगों ने नकली किन्नरों के खिलाफ मुहिम चलाई है जो किन्नरों का भेष धारण कर बस स्टैंड और ट्रेन के अंदर नेग मांगने का काम करते हैं.
कुछ लोग लिंग परिवर्तन कराकर हमारे ऊपर आरोप लगा रहे है. किन्नर एकता समिति के उपाध्यक्ष शिवम ने बताया कि प्राइवेट पार्ट काटने का आरोप झूठा है. उन्होंने कहा कि मैं कोई डॉक्टर या सर्जन नहीं हूं जो यह काम करूंगा. यह स्वेच्छा से लोग कराते हैं. सरकार ने भी लीगल कर रखा है कि आप अपना लिंग परिवर्तन करा सकते हैं. शिवम ने बताया कि पुलिस प्रशासन से पूरे घटनाक्रम की जांच की मांग की है.
शिवम ने बताया कि कुछ लोग किन्नरों के वेष में गलत काम करते है, इससे किन्नर समाज बदनाम होता है. वहीं, एसएसपी कला निधि नैथानी ने किन्नरों को भरोसा दिया है कि निष्पक्ष जांच की जाएगी जो भी दोषी है उसे सजा मिलेगी. उन्होंने कहा कि हम किन्नरों की बदनामी नहीं चाहते हैं. भेष बदलकर जो पैसा मांगते हैं, उनको अब बर्दाश्त नहीं कर सकते.
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