धनबाद: जिले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है. यह वीडियो लोदना ओपी प्रभारी संजीव कुमार सिंह की है. जिसमें वह एक शख्स को कह रहे हैं ज्यादा आंख मत दिखाओ, आंखें फोड़ देंगे. दरअसल ग्रामीण बीसीसीएल एरिया दस की सुश्री देवप्रभा परियोजना के विस्तारीकरण का विरोध कर रहे थे. इसी को लेकर ओपी प्रभारी ग्रामीणों को समझाने के लिए गए हुए थे. इसी दौरान यह वाकया हुआ. ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. ये घटना शनिवार 15 जुलाई की बताई जा रही है.
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एसएसपी ने क्या कहा: वहीं इस वीडियो को लेकर ईटीवी भारत ने एसएसपी संजीव कुमार से बात की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी उन्हें नहीं है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि वीडियो भी उन तक नहीं पहुंचा है. जिसके बाद ईटीवी भारत की ओर से एसएसपी संजीव कुमार को वीडियो उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला: शनिवार को ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे. वे बीसीसीएल के विस्तारीकरण को लेकर लोदना आठ नंबर बस्ती के समीप डायवर्सन बना कर सड़क निर्माण कार्य का विरोध कर रहे थे. इसी के समाधान को लेकर ओपी प्रभारी गांव के लोगों से बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान एक व्यक्ति ओपी प्रभारी के समाझने के बाद भी नहीं सुन रहा था. उपस्थित लोगों ने बताया कि उसके बाद उस व्यक्ति ने गुस्से से ओपी प्रभारी को देखा. इसपर ही गुस्से में ओपी प्रभारी संजीव ने उस व्यक्ति को बोल दिया आंख मत दिखाओ, आंखें फोड़ देंगे. अब संजीव कुमार सिंह का यह धमकी भरा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
आश्वासन के बाद हटाया जाम: बीसीसीएल एरिया दस की सुश्री देवप्रभा परियोजना के विस्तारीकरण को लेकर जयरामपुर-भागा मुख्य मार्ग पर लोदना आठ नंबर बस्ती के समीप डायवर्सन बना कर सड़क बनाने का काम शुरू किया जा रहा था. जिसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया. उसके बाद स्थानीय महिलाओं ने प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की.
बीसीसीएल ने शुरू कराया काम: जानकारी पाकर लोदना ओपी प्रभारी संजीव कुमार सिंह, पीओ एके पांडेय, सुरक्षा अधिकारी डीके मीणा पहुंचे. ग्रामीणों ने किसी की नहीं सुनी. उपस्थित अधिकारी और पुलिस ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी मांग को लेकर अड़े रहे. अंत में बीसीसीएल प्रबंधन के वार्ता करने का न्योता दिया. मामले में साकात्मक पहल के साथ बात हुई तब कहीं जाकर काम को फिर से शुरू कराया जा सका.