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DRDO जाजूसी मामला: इंटरपोल की मदद लेगा क्राइम ब्रांच - इंटरपोल की मदद

क्राइम ब्रांच एडीजी संजीव पंडा ने पत्रकारों को जानकारी दी कि इस जासूसी मामले में संलिप्त संदिग्ध महिला उन पांचों आरोपियों के साथ वीडियो कॉल से संपर्क करती थीं. इस दौरान उसकी ली गई स्क्रीन शॉर्ट से महिला की तस्वीर प्राप्त की गई है. महिला की पहचान का पता लगाने के लिए इंटरपोल की मदद ली जाएगी.

DRDO जाजूसी मामला
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Published : Sep 29, 2021, 11:00 PM IST

भुवनेश्वर : DRDO जाजूसी मामले में आखिरकार ओडिशा पुलिस के हाथों उस महिला की तस्वीर लग गई है, जिसके साथ आरोपी गुप्त तथ्यों को साझा कर रहे थे. महिला की तस्वीर उस वक्त निकाली गई, जब एक वीडियो चैट के जरिये आरोपी से वह कंटैक्ट करती थीं. क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है. अब इस तस्वीर को लेकर महिला की जानकारी लेने के साथ देश के किस जासूस एजेंसी से उनका संबंध है, इसका पता लगाया जाएगा. क्राइम ब्रांच महिला की पहचान का पता लगाने के लिए इंटरपोल की मदद लेगी.

बता दें कि 14 सितम्बर को बालेश्वर जिला चांदीपुर स्थित रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के पांच पूर्व ठेका कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर DRDO के गुप्त तथ्यों को विदेशी एजेंसियों से साझा करने का आरोप है.

पढ़ें : DRDO जासूसी मामला: जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर

संदिग्ध महिला की तस्वीर मिलने के बाद बुधवार को इस बारे में क्राइम ब्रांच एडीजी संजीव पंडा ने पत्रकारों को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस जासूसी मामले में संलिप्त संदिग्ध महिला उन पांचों आरोपियों के साथ वीडियो कॉल से संपर्क करती थीं. इस दौरान उसकी ली गई स्क्रीन शॉर्ट से महिला की तस्वीर प्राप्त की गई है. पांचों आरोपी इस हनी-ट्रैप में फंसकर DRDO के गुप्त तथ्यों को लीक किया. यहां तक कि महिला ने दो आरोपियों को शादी का प्रलोभन और एक आरोपी को उसके चांदीपुर स्थित आवास में आने का न्यौता दिया था.

गौरतलब है कि 25 सितम्बर को पांचों आरोपियों की सात दिन की रिमांड खत्म हो गई थी. इस दौरान पश्चिम बंगाल से भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने भी पांचों आरोपियों से कटक में पूछताछ की थी.

भुवनेश्वर : DRDO जाजूसी मामले में आखिरकार ओडिशा पुलिस के हाथों उस महिला की तस्वीर लग गई है, जिसके साथ आरोपी गुप्त तथ्यों को साझा कर रहे थे. महिला की तस्वीर उस वक्त निकाली गई, जब एक वीडियो चैट के जरिये आरोपी से वह कंटैक्ट करती थीं. क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है. अब इस तस्वीर को लेकर महिला की जानकारी लेने के साथ देश के किस जासूस एजेंसी से उनका संबंध है, इसका पता लगाया जाएगा. क्राइम ब्रांच महिला की पहचान का पता लगाने के लिए इंटरपोल की मदद लेगी.

बता दें कि 14 सितम्बर को बालेश्वर जिला चांदीपुर स्थित रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के पांच पूर्व ठेका कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर DRDO के गुप्त तथ्यों को विदेशी एजेंसियों से साझा करने का आरोप है.

पढ़ें : DRDO जासूसी मामला: जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर

संदिग्ध महिला की तस्वीर मिलने के बाद बुधवार को इस बारे में क्राइम ब्रांच एडीजी संजीव पंडा ने पत्रकारों को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस जासूसी मामले में संलिप्त संदिग्ध महिला उन पांचों आरोपियों के साथ वीडियो कॉल से संपर्क करती थीं. इस दौरान उसकी ली गई स्क्रीन शॉर्ट से महिला की तस्वीर प्राप्त की गई है. पांचों आरोपी इस हनी-ट्रैप में फंसकर DRDO के गुप्त तथ्यों को लीक किया. यहां तक कि महिला ने दो आरोपियों को शादी का प्रलोभन और एक आरोपी को उसके चांदीपुर स्थित आवास में आने का न्यौता दिया था.

गौरतलब है कि 25 सितम्बर को पांचों आरोपियों की सात दिन की रिमांड खत्म हो गई थी. इस दौरान पश्चिम बंगाल से भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने भी पांचों आरोपियों से कटक में पूछताछ की थी.

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