मंडला। एमपी में मंडला का राष्ट्रीय कान्हा उद्यान अपनी अनुपम छटा, टाइगर व बारहसिंघा के लिए पहचाना जाता है. देश के मशहूर राष्ट्रीय कान्हा उद्यान की खूबसुरती को करीब से देखने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पहुंचे. कान्हा भ्रमण के लिए वे प्लेन से 24 अक्टूबर को रायपुर पहुंचे. जिसके बाद सड़क मार्ग से होते हुए मंडला के कान्हा उद्यान पहुंचे. जहां सचिन तेंदुलकर ने पत्नी अंजली संग जंगल सफारी की.
कान्हा प्रबंधन को नहीं थी जानकारी: सचिन तेंदुलकर मंगलवार शाम को रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे. जहां रायपुर से बालाघाट मार्ग पर जाते वक्त छत्तीसगढ़ के गंडई में एक होटल में भी रुके. यहां उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ फोटो निकलवाई. इसके बाद वे यहां से मंडला कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे. यहां पर मुक्की रेंज में सचिन तेंदुलकर के रुकने के पूरे इंतजाम किए गए थे. बताया जा रहा है कि कान्हा प्रबंधन को सचिन के दौरे की जानकारी नहीं थी. वे यहां अपने परिवार के साथ आए थे.
सचिन ने पत्नी संग लिया जंगल सफारी का मजा: सचिन तेंदुलकर ने पत्नी डॉ अंजलि के साथ खुली जिप्सी में जंगल सफारी का मजा लिया. सचिन की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है. जिनमें वे पोज देते नजर आ रहे हैं. बता दें बालाघाट और मंडला जिले की सीमाओं से लगे सतपुड़ा की वादियों के बीच कान्हा राष्ट्रीय उद्यान अपनी हरियाली और वन्यप्राणियों की बाहुल्यता के लिए जाना जाता है. देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी एक अलग पहचान रखता है. यही कारण है कि अक्टूबर में पार्क के प्रारंभ होते ही यहां सैलानियों का जमावड़ा दिखाई देता है. देश और विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पहुंचते हैं. खुद को प्रकृति के बीच आनंदित महसूस करते हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वास्तुकला के लिए विख्यात कान्हा पर्यटकों के बीच हमेशा ही आकर्षण का केन्द्र रहा है.
यहां पढ़ें... |
बाघों का घर है एमपी: कान्हा जीव जन्तुओं के संरक्षण के लिए विख्यात है. यह अलग-अलग प्रजातियों के पशुओं का घर है. जीव जंतुओं का यह पार्क 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है. कहा जाता है कि रूडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध किताब और धारावाहिक जंगल बुक की भी प्रेरणा इसी स्थान से ली गई थी. एक और बात इस उद्यान को खास बनाती है. बारहसिंहा की प्रजातियां यहां के देखने को मिलती है. मध्यप्रदेश बाघों का घर है. मध्यप्रदेश के छह टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क में करीब 785 बाघ रहते हैं. हर साल बड़ी संख्या कई सेलिब्रिटी बाघों और वन्य जीवों के दीदार के लिए यहां पहुंचते हैं.