नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत को अपनी घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस टीकों की विदेश में आपूर्ति को समायोजित करने की आवश्यकता है, क्योंकि कोविड-19 मामलों में वृद्धि ने टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी की आवश्यकता को रेखांकित किया है.
श्रृंगला ने अनंत एस्पेन सेंटर में एक संबोधन में यह भी कहा कि कोरोना वायरस संकट ने स्पष्ट कर दिया है कि "आत्मनिर्भर" सहयोगी के रूप में भारत का उदय दुनिया के लिए अच्छा है. टीकों की आपूर्ति के विभिन्न पहलुओं का जिक्र करते हुए विदेश सचिव ने कहा कि भारत अपने और दुनिया के लिए सुरक्षित और टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए अपने कुछ साझेदार देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
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श्रृंगला ने कहा कि साझेदार देशों के साथ साझा की गई टीकों की खुराकों की संख्या लगभग वही है जितनी भारत ने अपने घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम में इस्तेमाल की हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 मामलों के फिर से बढ़ने से हमारे देश में त्वरित टीकाकरण कार्यक्रम की आवश्यकता रेखांकित हुई है और एक अप्रैल से हम 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को यह सुविधा प्रदान करेंगे.