अमरावती: श्रीकांत (60) चेन्नई के मायलापुर के द्वारका कॉलोनी, बृंदावन नगर के रहने वाले थे. श्रीकांत और उनकी पत्नी अनुराधा (55 पिछले महीने बेटी की डिलीवरी के लिए अमेरिका गए थे और शनिवार को तड़के साढ़े तीन बजे भारत लौट आए. जब उनकी बेटी सुनंदा ने अपने माता-पिता को फोन किया कि वे घर पहुंचे या नहीं तो उनका फोन स्विच ऑफ था. सुनंदा ने तुरंत अपनी रिश्तेदार दिव्या से संपर्क किया जो कि इंद्रनगर में रहती हैं और मामले की जानकारी दी.
दिव्या अपने पति रमेश के साथ दोपहर 12.30 बजे श्रीकांत के घर गई और उनके घर में ताला लगा हुआ पाया. दिव्या और उनके पति को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. मायलापुर के उपायुक्त गौतमन ने जांच शुरू की. जांच प्रक्रिया में पुलिस को पता चला कि श्रीकांत दंपति को उनके कार चालक लाल कृष्ण हवाई अड्डे से ले आया था. लाल कृष्ण और उसका दोस्त रवि पहले ही चेन्नई से भाग चुके थे. चेन्नई पुलिस ने ट्रैक किए गए जीपीएस के आधार पर आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना दी.
फिर आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले की एसपी मलिका गर्ग, ओंगोल डीएसपी यू.नागराजू, टंगुटुरु एसआई और हाईवे पुलिस के आदेश पर राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर तंगुतुरु टोलगेट पर आरोपी की कार को रोका गया. फिर उन्हें हिरासत में ले लिया गया और जांच के लिए तंगुतुरु पुलिस स्टेशन लाया गया. जांच में पता चला कि आरोपियों ने दंपत्ति की मायलापुर स्थित उनके घर में ही हत्या कर दी थी और उनके शवों को चेंगलपट्टू जिले में नेमिलीचेरी के पास श्रीकांत फार्महाउस में दफना दिया.
वहां से वे 20 लाख रुपए और जेवरात लेकर भागने की कोशिश में थे लेकिन प्रकाशम पुलिस ने उन्हें नेशनल हाईवे पर धर दबोचा. पता चला कि दोनों आरोपी नेपाल के रहने वाले हैं और उनके पास से सोना-चांदी भी बरामद किया गया है.