ETV Bharat / bharat

MP: सप्लाई के पानी से कोरोना फैलने का डर, किया पानी का कोरोना टेस्ट - सागर विधायक शैलेन्द्र जैन

सागर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने शहर में सप्लाई किए जा रहे पानी का कोरोना टेस्ट करवाया है. वहीं दूसरी तरफ सागर जिला प्रशासन अब पालतू और आवारा मवेशियों का भी कोरोना टेस्ट कराने पर विचार कर रहा है.

पानी से कोरोना
पानी से कोरोना
author img

By

Published : May 11, 2021, 2:38 AM IST

सागर : कोरोना सतह पर भी रह सकता है, कोरोना हवा से भी फैल रहा है, तो फिर सवाल उठता है कि क्या कोरोना पानी में भी जिंदा रह सकता है. सागर में कोरोना की रफ्तार को देखते हुए सागर के प्रशासनिक अधिकारियों के मन में भी ये सवाल आया. जब इतना गंभीर सवाल किसी के जेहन में आया तो तत्काल उसका जवाब खोजने की कोशिश की जाने लगी. जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति से राजघाट परियोजना के पानी का टेस्ट किया गया. पानी का कोरोना टेस्ट करने का मकसद ये जानना था कि आखिर शहर में सप्लाई हो रहे पानी से तो कोरोना नहीं फैल रहा है.

पानी का कोरोना टेस्ट

सप्लाई के पानी का कोरोना टेस्ट

ये प्रदेश ही नहीं देश का भी पहला मामला हो सकता है जब किसी शहर में पेयजल आपूर्ति करने वाली परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट कराया गया हो. मन में पानी से कोरोना फैलने की शंका आने के बाद तत्काल शहर का प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया. इसके बाद सागर शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाली राजघाट परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट करवाने की कवायद शुरू की गई. सागर शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले राजघाट बांध के फिल्टर हाउस के क्लियर वाटर टैंक के पानी और नलों में सप्लाई होने वाले पानी के सैम्पल को जांच के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब भेजा गया.

निगेटिव आई पानी की जांच रिपोर्ट

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब से आई जांच रिपोर्ट में सभी सैंपल कोरोना निगेटिव पाए गए हैं. लेकिन अचानक शहर की पेयजल परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट कराए जाने को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही है. इस मामले में प्रशासनिक अफसर जहां गोलमोल जवाब दे रहे हैं. वहीं विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि शहर में जिस तेजी से कोरोना फैल रहा था इसलिए एहतियात के तौर पर शहर में सप्लाई होने वाले पानी का टेस्ट करवाना पड़ा. इस टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आयी है इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है और इस मामले में ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है. नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार का कहना है कि पानी में कोरोना वायरस नहीं होता है. राजघाट परियोजना में इस तरह की कोई स्थिति नहीं है. पानी पूरी तरह से फिल्टर होने के बाद सप्लाई किया जाता है.

पढ़ें - छत्तीसगढ़ : PCC चीफ मोहन मरकाम के रिश्तेदार की शादी में जमकर हुई पार्टी, उड़ीं कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां

अधिकारियों के पास नहीं है जवाब

सागर में पानी में कोरोना वायरस की आशंका स्थानीय प्रशासन के मन में क्यों और कैसे आई इसका जवाब किसी को पास नहीं है. जब प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा गया कि आखिर क्या वजह थी जो पूरे शहर को पानी पिलाने वाली परियोजना के पानी का टेस्ट कराया गया? तो वो भी इसका जवाब देने से बचते हुए नजर आए. स्थानीय विधायक शैलेन्द्र जैन ने ये माना की पानी का टेस्ट करवाया गया था जो नेगेटिव आया है, लेकिन उनके अलावा किसी ने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

पालतू जानवरों का टेस्ट कराने की तैयारी

वहीं दूसरी तरफ सागर जिला प्रशासन अब पालतू और आवारा मवेशियों का भी कोरोना टेस्ट कराने पर विचार कर रहा है. पिछले दिनों हैदराबाद के जूलॉजिकल पार्क में आठ एशियाई शेरों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर के बाद जिला प्रशासन अलर्ट पर है. सागर जिले के कई इलाकों में बकरियों और अन्य जानवरों में सर्दी के लक्षण पाए जाने की सूचना पशु चिकित्सालय विभागह को मिल रही है. ऐसे में अब जिले में बकरियों समेत अन्य पालतू जानवरों का कोरोना टेस्ट करने की तैयारी भी चल रही है.

सागर : कोरोना सतह पर भी रह सकता है, कोरोना हवा से भी फैल रहा है, तो फिर सवाल उठता है कि क्या कोरोना पानी में भी जिंदा रह सकता है. सागर में कोरोना की रफ्तार को देखते हुए सागर के प्रशासनिक अधिकारियों के मन में भी ये सवाल आया. जब इतना गंभीर सवाल किसी के जेहन में आया तो तत्काल उसका जवाब खोजने की कोशिश की जाने लगी. जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति से राजघाट परियोजना के पानी का टेस्ट किया गया. पानी का कोरोना टेस्ट करने का मकसद ये जानना था कि आखिर शहर में सप्लाई हो रहे पानी से तो कोरोना नहीं फैल रहा है.

पानी का कोरोना टेस्ट

सप्लाई के पानी का कोरोना टेस्ट

ये प्रदेश ही नहीं देश का भी पहला मामला हो सकता है जब किसी शहर में पेयजल आपूर्ति करने वाली परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट कराया गया हो. मन में पानी से कोरोना फैलने की शंका आने के बाद तत्काल शहर का प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया. इसके बाद सागर शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाली राजघाट परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट करवाने की कवायद शुरू की गई. सागर शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले राजघाट बांध के फिल्टर हाउस के क्लियर वाटर टैंक के पानी और नलों में सप्लाई होने वाले पानी के सैम्पल को जांच के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब भेजा गया.

निगेटिव आई पानी की जांच रिपोर्ट

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब से आई जांच रिपोर्ट में सभी सैंपल कोरोना निगेटिव पाए गए हैं. लेकिन अचानक शहर की पेयजल परियोजना के पानी का कोरोना टेस्ट कराए जाने को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही है. इस मामले में प्रशासनिक अफसर जहां गोलमोल जवाब दे रहे हैं. वहीं विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि शहर में जिस तेजी से कोरोना फैल रहा था इसलिए एहतियात के तौर पर शहर में सप्लाई होने वाले पानी का टेस्ट करवाना पड़ा. इस टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आयी है इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है और इस मामले में ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है. नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार का कहना है कि पानी में कोरोना वायरस नहीं होता है. राजघाट परियोजना में इस तरह की कोई स्थिति नहीं है. पानी पूरी तरह से फिल्टर होने के बाद सप्लाई किया जाता है.

पढ़ें - छत्तीसगढ़ : PCC चीफ मोहन मरकाम के रिश्तेदार की शादी में जमकर हुई पार्टी, उड़ीं कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां

अधिकारियों के पास नहीं है जवाब

सागर में पानी में कोरोना वायरस की आशंका स्थानीय प्रशासन के मन में क्यों और कैसे आई इसका जवाब किसी को पास नहीं है. जब प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा गया कि आखिर क्या वजह थी जो पूरे शहर को पानी पिलाने वाली परियोजना के पानी का टेस्ट कराया गया? तो वो भी इसका जवाब देने से बचते हुए नजर आए. स्थानीय विधायक शैलेन्द्र जैन ने ये माना की पानी का टेस्ट करवाया गया था जो नेगेटिव आया है, लेकिन उनके अलावा किसी ने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

पालतू जानवरों का टेस्ट कराने की तैयारी

वहीं दूसरी तरफ सागर जिला प्रशासन अब पालतू और आवारा मवेशियों का भी कोरोना टेस्ट कराने पर विचार कर रहा है. पिछले दिनों हैदराबाद के जूलॉजिकल पार्क में आठ एशियाई शेरों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर के बाद जिला प्रशासन अलर्ट पर है. सागर जिले के कई इलाकों में बकरियों और अन्य जानवरों में सर्दी के लक्षण पाए जाने की सूचना पशु चिकित्सालय विभागह को मिल रही है. ऐसे में अब जिले में बकरियों समेत अन्य पालतू जानवरों का कोरोना टेस्ट करने की तैयारी भी चल रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.