नई दिल्ली : भारत में एक दिन में कोविड-19 (Covid-19 in India) के 7,081 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,40,275 हो गई है. जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 83,913 रह गई है, जो पिछले 570 दिन में सबसे कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry Of Health and Family Welfare) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, महामारी से 264 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,77,422 हो गई है. संक्रमण के दैनिक मामले पिछले 52 दिनों से 15,000 से कम बने हुए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर अब 83,913 रह गई है. यह संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.24 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.38 प्रतिशत दर्ज की गई, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है. कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में पिछले 24 घंटों में 652 मामलों की कमी दर्ज की गई है.
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आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना संक्रमण की दैनिक दर (daily rate of corona infection cases) 0.58 प्रतिशत दर्ज की गई. यह पिछले 76 दिनों से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर (weekly rate of corona infection cases) 0.61 प्रतिशत दर्ज गई और यह पिछले 35 दिनों से एक प्रतिशत से कम है. इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,78,940 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.37 फीसदी है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) के तहत अब तक 137.46 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
भारत में जान गंवाने वाले 264 और मरीजों में से 218 लोगों की मौत केरल में और 11 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई. केरल पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 संबंधी मौत के पुराने मामलों को भी मृतक संख्या में जोड़ रहा है, जिसके कारण राज्य में मृतक संख्या अधिक है. इस महामारी से देश में अब तक कुल 4,77,422 मरीजों की मौत हो चुकी है. इनमें से महाराष्ट्र में 1,41,340, केरल में 44,407, कर्नाटक में 38,287, तमिलनाडु में 36,676, दिल्ली में 25,100, उत्तर प्रदेश में 22,915 और पश्चिम बंगाल में 19,660 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.
(पीटीआई-भाषा)