नई दिल्ली। कर्नाटक के दावणगेरे (Davanagere) में एक ऐसा गांव हैं जहां कोरोना की पहली और दूसरी लहर में संक्रमण का एक भी केस नहीं मिला है. इस गांव का नाम (Karilakkenahalli) है. इस गांव में 139 परिवार रहते हैं और गांव की आबादी 600 से ज्यादा हैं. पिछले साल कोरोना संक्रमण की पहली लहर में भी इस गांव में संक्रमण का एक भी केस नहीं मिला था. ग्रामीणों ने गांव में बाहरियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई है. इसके लिए गांव वालों ने कड़ी सुरक्षा इंतेजाम किए हैं.
- ऐसे बना कोरोना फ्री विलेज
गांव को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके इसके लिए गांव के प्रत्येक घर को जागरुक किया गया. लोगों को बताया गया कि वह मास्क, सैनिटाइजर का निरंतर प्रयोग करें और सामाजिक दूरी बनाना न भूलें. ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के दस्तक देने के बाद Karilakkenahalli गांव के पंचायत अध्यक्षों, सदस्यों, पीडीओ, गांव के युवा, आंगनबाडी और आशा कार्यकताओं ने जागरुकता फैलाने के काम शुरु किया. इस दौरान बेंगलुरु समेत अन्य जगहों से आने वालों के लिए क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य कर दिया गया. ग्रामीणों को घर से बेवजह निकलने को लेकर चेतावनी दी गई और इस तरह से यह गांव कोरोना संक्रमण की 2 लहरों में भी संक्रमण मुक्त रहा है.
- प्रदेश के लिए मॉडल बना गांव
गांव के पंचायत अध्यक्ष हनुमनथप्पा ने कहा कि गांव के अधिकारियों और युवाओं के मेहनत के चलते वह गांव को कोरोना फ्री कर पाए हैं. यह गांव पर पूरे जिले के लिए ही नहीं प्रदेश के लिए भी एक मॉडल बन गया है.