लुधियाना: दुनिया भर के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट का कहर जारी है. भारत सरकार ने इसे लेकर चिंता जताते हुए राज्यों और राज्य सरकारों से टीकाकरण की पूरी खुराक लेने और सावधानियां बरतने को कहा है. लेकिन, नए कोरोना (Corona Alert In Punjab) के रूप में लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है कि पुराना टीका या बूस्टर डोज कितना कारगर है. इसे लेकर अब आम लोग सवाल पूछने लगे हैं, जिसका जवाब सरकारी डॉक्टरों के पास भी नहीं है.
पंजाब में कितने लोगों को नहीं लगा टीका : आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में ऐसे करीब 11 लाख लोग हैं, जिन्हें अभी तक पहला वैक्सीन नहीं लग पाया है. इसके अलावा 40 हजार लोग ऐसे हैं जिन्होंने दूसरा डोज नहीं लिया है. इतना ही नहीं बूस्टर डोज नहीं लेने वालों की संख्या भी काफी है. राज्य में 9 लाख से ज्यादा लोगों को अभी तक बूस्टर डोज नहीं मिला है, हालांकि दूसरी लहर के दौरान पंजाब में बड़ी संख्या में कोरोना से मौत हुईं थीं. डॉ. हितिंदर कौर के अनुसार, टीकाकरण के कारण राज्य के लोग तीसरी लहर से बच गए और साथ ही, कोरोना का वह रूप बहुत खतरनाक नहीं था.
राज्य में कितने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन : पंजाब में अब तक 18 लाख, 33 हजार, 275 लोगों को बूस्टर टीका लग चुका है. इसके अलावा 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 1 करोड़, 7 लाख, 12 हजार, 836 लोगों को टीका लगाया जा चुका है. जबकि 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 74 हजार 735 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है. इसके अलावा 45 साल से ऊपर के 76,56,039 लोगों ने भी दूसरी खुराक ली है.
टीकाकरण को लेकर लोगों की राय : टीकाकरण को लेकर पंजाब के लोगों की अपनी राय है. कई लोगों को अभी तक पहला डोज भी नहीं मिला है. विकास, परमवीर सिंह और पवन ने हमारी टीम से बात करते हुए कहा कि हमें पता चला था कि वैक्सीनेशन से बुखार होता है. इसके अलावा व्यक्ति 2 दिन तक नहीं उठता है. कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने टीके के दो डोज लगवाए, लेकिन अब वे तीसरे बूस्टर डोज के बारे में सोच रहे हैं.
आम लोगों ने कहा कि 'कोरोना का नया रूप आ गया है और जो डोज हमने पहले ली है वह कितनी कारगर है, यह हम नहीं जानते.' उन्होंने कहा कि इस संबंध में न तो डॉक्टर कोई जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'हम कोरोना से डरे हुए हैं क्योंकि इस दौरान हमारे कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुए, अगर फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति होती है तो हम क्या करेंगे?'
वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि भारत में बनी 2 वैक्सीन को-वैक्सीन और कोविशील्ड के अलावा रूस की स्पूतनिक और कई अन्य विदेशी वैक्सीन भी भारत में उपलब्ध हैं. लोगों को वही वैक्सीन इस्तेमाल करने की सलाह दी गई. भारत सरकार ने लोगों को मुफ्त टीकाकरण प्रदान किया.
सिविल सर्जन डॉ. हितिंदर कौर से जब वैक्सीन को लेकर लोगों की दुविधा के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नए कोरोना के रूप में यह कितना कारगर है, यह कहना मुश्किल है, लेकिन लोगों को वैक्सीन जरूर लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक कोरोना का टीका नहीं लगवाया है, वे यह टीका लगवाएं.
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