नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में गेमिंग एप के जरिए धर्मांतरण कराने के मामले में डीसीपी निपुण अग्रवाल ने चौंकाने वाली बात बताई है. उन्होंने बताया है कि लोगों को धर्मांतरण के लिए एक यूट्यूब चैनल दिखाया जाता था, जिसे पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा है. इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों ने भी पीड़ितों से बात की है और पुलिस उन एजेंसियों को अब तक की जांच से जुड़ी जानकारी से अवगत करा चुकी है. इसके अलावा उन्होंने कुछ ईसाई लोगों के धर्मांतरण की भी बात बताई.
इस मामले में केंद्रीय एजेंसी आईबी की एंट्री हुई है, जिसने मामले के आतंकी कनेक्शन की भी जांच शुरू कर दी है. मामले में सामने आया है कि इसके तार महाराष्ट्र से लेकर चंडीगढ़ तक जुड़े हैं. इसमें अब तक चार पीड़ितों की बात सामने आई है, जिनमें से दो गाजियाबाद, एक फरीदाबाद और एक चंडीगढ़ का रहने वाला है. सूत्रों के अनुसार आईबी इस पूरे मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है.
यह है मामला: दरअसल, गाजियाबाद में किशोरों का धर्मांतरण कराने वाले की बात सामने आई थी, जिसमें फोर्टनाइट गेम जीतने का लालच देकर उन्हें आयत पढ़ने को कहा जाता था. इतना ही नहीं, उन्हें भड़काउ वीडियो दिखाकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित भी किया जाता था. जैन लड़के बारे में तो यह भी बताया गया कि उसे विशेष धर्म के स्थल पर भी बुलाया गया था और उसे धर्म विशेष से जुड़े काम करने को कहा गया था.
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मामले में बद्दो नामक शख्स का नाम सामने आया था जो महाराष्ट्र का रहने वाला है. उसकी असली नाम शहनवाज खान बताया जा रहा है. साथ ही इममें एक मौलाना के शामिल होने की भी बात सामने आई थी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं बद्दो को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.
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