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मनसुख हिरेन मामले में विवादित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे का तबादला

महाराष्ट्र में मनसुख हिरेन की कथित आत्महत्या मामले में विवादित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) से मुंबई पुलिस मुख्यालय के नागरिक सुविधा केंद्र में तबादला कर दिया गया है.

सचिन वाजे
सचिन वाजे
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Published : Mar 12, 2021, 10:26 AM IST

Updated : Mar 12, 2021, 12:29 PM IST

मुंबई : मुंबई अपराध शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे का तबादला नागरिक सुविधा केंद्र (सीएफसी) में कर दिया गया है. सीएफसी शहर पुलिस की एक इकाई है.

एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.

मनसुख हिरन की मौत के मामले में वाजे का नाम सामने आने के बाद उनका तबादला किया गया है.

उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुम्बई स्थित घर के बाहर 25 फरवरी को एक वाहन में विस्फोटक पदार्थ मिला था. वह वाहन हिरन का था.

ठाणे में हिरन का शव मिलने के बाद मामले में रहस्य और गहरा गया था.

हिरन की पत्नी ने दावा किया था कि उनके पति ने नवम्बर में वाजे को अपनी कार दी थी, जिसे मुम्बई अपराध शाखा में तैनात रहे अधिकारी ने फरवरी के पहले सप्ताह में लौटाया था.

सचिन वाजे को बुधवार को अपराध खुफिया इकाई से हटा दिया गया था.

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सीएफसी वह इकाई है जो पासपोर्ट, विभिन्न लाइसेंस और अन्य जन संबंधित सेवाओं के लिए पुलिस की सहमति प्रदान करती है.

मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इस सप्ताह की शुरुआत में वाजे का बयान दर्ज किया था.

एटीएस के एक अधिकारी ने बताया था कि वाजे ने मनसुख हिरन की स्कॉर्पियो कार का उपयोग करने से इनकार किया है.

पढ़ें :- एंटीलिया मामला : तिहाड़ जेल से बरामद हुआ संदिग्ध मोबाइल, जांच में जुटी स्पेशल सेल

वहीं, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को घोषणा की थी कि सचिन वाजे को अपराध खुफिया इकाई से तब तक के लिए हटा दिया गया है जब तक कि ऑटोमोबाइल पार्ट्स के व्यवसायी मनसुख हिरन की रहस्यमयी मौत की जांच पूरी नहीं हो जाती है.

अधिकारियों ने बताया कि वाजे को 2004 में ख्वाजा यूनुस की कथित तौर पर हिरासत में मौत के मामले में निलंबित भी किया गया था. 2020 में उनकी सेवाएं बहाल की गई और वह मुम्बई अपराध शाखा की सीआईयू इकाई का नेतृत्व कर रहे थे.

मुंबई : मुंबई अपराध शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे का तबादला नागरिक सुविधा केंद्र (सीएफसी) में कर दिया गया है. सीएफसी शहर पुलिस की एक इकाई है.

एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.

मनसुख हिरन की मौत के मामले में वाजे का नाम सामने आने के बाद उनका तबादला किया गया है.

उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुम्बई स्थित घर के बाहर 25 फरवरी को एक वाहन में विस्फोटक पदार्थ मिला था. वह वाहन हिरन का था.

ठाणे में हिरन का शव मिलने के बाद मामले में रहस्य और गहरा गया था.

हिरन की पत्नी ने दावा किया था कि उनके पति ने नवम्बर में वाजे को अपनी कार दी थी, जिसे मुम्बई अपराध शाखा में तैनात रहे अधिकारी ने फरवरी के पहले सप्ताह में लौटाया था.

सचिन वाजे को बुधवार को अपराध खुफिया इकाई से हटा दिया गया था.

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सीएफसी वह इकाई है जो पासपोर्ट, विभिन्न लाइसेंस और अन्य जन संबंधित सेवाओं के लिए पुलिस की सहमति प्रदान करती है.

मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इस सप्ताह की शुरुआत में वाजे का बयान दर्ज किया था.

एटीएस के एक अधिकारी ने बताया था कि वाजे ने मनसुख हिरन की स्कॉर्पियो कार का उपयोग करने से इनकार किया है.

पढ़ें :- एंटीलिया मामला : तिहाड़ जेल से बरामद हुआ संदिग्ध मोबाइल, जांच में जुटी स्पेशल सेल

वहीं, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को घोषणा की थी कि सचिन वाजे को अपराध खुफिया इकाई से तब तक के लिए हटा दिया गया है जब तक कि ऑटोमोबाइल पार्ट्स के व्यवसायी मनसुख हिरन की रहस्यमयी मौत की जांच पूरी नहीं हो जाती है.

अधिकारियों ने बताया कि वाजे को 2004 में ख्वाजा यूनुस की कथित तौर पर हिरासत में मौत के मामले में निलंबित भी किया गया था. 2020 में उनकी सेवाएं बहाल की गई और वह मुम्बई अपराध शाखा की सीआईयू इकाई का नेतृत्व कर रहे थे.

Last Updated : Mar 12, 2021, 12:29 PM IST
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