शिलांग: मेघालय में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता आखिरकार खत्म हो गई है और कोनराड संगमा की एनपीपी पार्टी मेघालय में सरकार बनाएगी. यूडीपी और पीडीएफ ने सरकार बनाने के लिए कोनराड संगमा को समर्थन दिया है. दोनों दलों के अध्यक्षों ने कॉनराड संगमा को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के लिए पत्र लिखा है.
गौरतलब है कि 2 मार्च को घोषित मेघालय विधानसभा चुनाव के नतीजों में एनपीपी ने 26 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन 26 सीटें सरकार बनाने के लिए पर्याप्त नहीं थीं. दूसरी ओर, किसी एक दल को बहुमत नहीं जिससे सरकार बन सके. उसके बाद से राज्य में किसकी सरकार बनेगी, इसको लेकर अटकलों का दौर जारी रहा.
इस बीच, कोनराड संगमा द्वारा सरकार के गठन में अनिश्चितता के बीच तृणमूल कांग्रेस के मुकुल संगमा सरकार बनाने की दौड़ में थे, लेकिन यूपीडी और पीडीएफ द्वारा रविवार को समर्थन देने के बाद कॉनराड संगमा की सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया. कोनराड संगमा की एनपीपी पार्टी कुल 45 विधायकों के साथ सरकार बनाएगी.
गौरतलब है कि इस चुनाव के नतीजों में यूडीपी पार्टी को 11 और पीडीएफ पार्टी को 2 सीटें मिलीं. शुरुआत में कोनराड संगमा के साथ कुल 32 विधायक थे. इनमें दो भाजपा, दो एचएसपीडीपी और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं. इस बीच, नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 7 मार्च को मेघालय में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि मेघालय विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने पांच-पांच सीटों पर जीत दर्ज की. द वॉइस ऑफ द पीपल्स पार्टी ने चार सीटें जीतीं और हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने दो सीटें जीतीं. मेघालय विधानसभा में, जिसमें 60 सीटें हैं, यूडीपी उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह की मृत्यु के कारण सोहियोंग निर्वाचन क्षेत्र में मतदान हुआ.