बेंगलुरु : कर्नाटक के सीएम कार्यालय ने कहा कि चुनाव रणनीतिकार सुनील कानूनगोलू को कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है. कानूनगोलू कांग्रेस 'टास्क फोर्स 2024' के सदस्य हैं, जिसका गठन 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर किया गया है. माना जाता है कि कानूनगोलू ने ही कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के लिए रणनीति बनाई थी.
कौन हैं ये सुनील कानूनगुलु?
कहा जाता है कि सुनील कानूनगोलू की टीम ने कांग्रेस की चुनाव पूर्व स्थिति पर कराए गए सर्वे के आधार पर चुनावी रणनीति तैयार की थी. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, कानूनगोलू ने उम्मीदवारों के चयन, निर्वाचन क्षेत्र की स्थिति, राजनीतिक दावं-पेंच और भाजपा की रणनीति के लिए एक काउंटर रणनीति तैयार कर कांग्रेस की भारी जीत में योगदान दिया है. बताया जाता है कि उनके पास चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ काम करने का भी अनुभव है. सुनील ने 2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा के साथ काम किया था.
'पे सीएम' अभियान के मास्टरमाइंड
कर्नाटक चुनाव से छह महीने पहले कांग्रेस टास्क फोर्स में शामिल होने वाले सुनील बेल्लारी के रहने वाले हैं. वह कांग्रेस पार्टी द्वारा पिछली भाजपा सरकार के कमीशन के आरोप को लोगों तक पहुंचाने के लिए शुरू किए गए 'पे सीएम' अभियान के मास्टरमाइंड बताये जाते हैं. भाजपा के खिलाफ डिजिटल कैंपेन और चुनावी रणनीति को तय करने वाले सुनील को अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है.
विधानसभा चुनाव में मिली थी बड़ी जीत
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 66 सीटें मिली. इन चुनावों में जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) को केवल 19 सीटें मिली. निर्दलीय उम्मीदवारों के दो सीटों पर जीत मिली. जबकि कल्याण राज्य प्रगति पक्ष और सर्वोदय कर्नाटक पक्ष को एक-एक सीट मिली. पिछले महीने 20 तारीख को सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने आठ विधायकों के साथ क्रमशः मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
जनता से किये वादे निभाने का दावा
सिद्धारमैया ने कहा है कि राज्य सरकार ने चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा किये गये सभी पांत वादों को लागू करने का फैसला किया है. सबसे पुरानी पार्टी ने राज्य में वापसी करने के लिए महिलाओं, बेरोजगारों और बीपीएल परिवारों को लक्षित करने वाले पांच चुनावी वादों पर ध्यान केंद्रित किया था.
क्या हैं पांच मुख्य गारंटी
इन पांच 'मुख्य' गारंटी में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देना, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता; बीपीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल मुफ्त (अन्ना भाग्य); बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) के लिए 1,500 रुपये दो साल (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (उचित प्रयाण) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा देना शामिल है.
राहुल गांधी का दावा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस झूठे वादे नहीं करती और जो कहती है करती है. बुधवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि सरकार ने सभी पांच चुनावी गारंटी को लागू करने का फैसला किया है.
(एएनआई)