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सरदारशहर सीट कांग्रेस के नाम, जनता ने अनिल शर्मा पर जताया विश्वास

उम्मीद के मुताबिक सरदारशहर उपचुनाव कांग्रेस ने भारी मतों के साथ जीत ली है (Congress Won Sardarshahar).कांग्रेस के दिवंगत विधायक भंवर लाल शर्मा के निधन से खाली हुई सरदार शहर सीट पर 5 दिसंबर को मतदान हुआ था. मतदान 72.9 प्रतिशत रिकॉर्ड हुआ था. उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की है.

Congress Won Sardarshahar
सरदारशहर सीट कांग्रेस के नाम
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Published : Dec 8, 2022, 12:58 PM IST

Updated : Dec 8, 2022, 2:08 PM IST

जयपुर. राजस्थान में सत्ता का सेमीफाइनल समझी जा रहे सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस ने भारी मतों के साथ जीत हासिल की है (Congress Won Sardarshahar). अनिल शर्मा को 26,696 वोट की लीड ली है. पहले राउंड से ही अनिल शर्मा ने बढ़त बनाए हुए थी. जिसे आखिर तक कायम रखा गया और काउंटिंग आगे बढ़ने के साथ ही जीत का अंतर बढ़ता गया. भंवर लाल शर्मा सरदार शहर के सरदार के रूप में ही पहचाने गए थे, उनके निधन के बाद हो रहे उपचुनाव में सहानुभूति की लहर ने जमकर असर दिखाया और एक बार फिर इस दिशा में कांग्रेस का भरोसा कायम रहा.

रिजल्ट पर एक नजर-

  • कांग्रेस के अनिल शर्मा को 91357
  • भाजपा के अशोक पिंचा को 64505 वोट
  • आरएलपी के लालचंद मुंड को 46753 वोट मिले

कांग्रेस ने यहां से भंवरलाल शर्मा के बेटे पंडित अनिल शर्मा को ही प्रत्याशी बनाया था दूसरे नंबर के लिए बीजेपी और आरएलपी में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही (Sardarshahar By Election 2022). राउंड दर राउंड अशोक पींचा और लालचंद मूंड के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. सातवें राउंड तक आते आते बाजी भाजपा के पक्ष में जाती दिखी.

इन दिग्गजों की साख रही थी दांव पर- साल 2023 के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा सरदार शहर के उपचुनाव को सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था. जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल करके राजस्थान में अब तक चले आ रहे ट्रेंड को कड़ी चुनौती देने की दिशा में संकेत दिए हैं. यहां हालांकि बीते दिनों राजस्थान कांग्रेस में हुए गतिरोध के बाद गहलोत-पायलट चैप्टर के बीच दिग्गज नेताओं की मौजूदगी मैदान में नहीं थी. ऐसे में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच उप चुनाव की रणनीति से लेकर ग्राउंडवर्क का जिम्मा संभाला था.

पढ़ें-भाजपा के लिए आसान नहीं सरदारशहर, खल रही वसुंधरा राजे समेत स्टार प्रचारकों की गैरमौजूदगी

अब नतीजों में कामयाबी लेकर डोटासरा ने खुद को मजबूत नेता के रूप में साबित भी किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी से एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की हार देखने को मिली है, तो दूसरी ओर प्रभारी की तौर पर जिम्मा संभाल रहे अर्जुन राम मेघवाल को मैदान में उतरकर देवी सिंह भाटी की चुनौती मिली. जिसका भी सामना नहीं कर सके. आरएलपी से हनुमान बेनीवाल ने मैदान में कड़ी टक्कर देने की कोशिश की, परंतु उनका पैंतरा भी सरदार शहर की जनता ने नकार दिया. खास बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आरएलपी में प्रमुख रूप से किसान नेताओं के हाथ में ही जिम्मेदारी थी.

जयपुर. राजस्थान में सत्ता का सेमीफाइनल समझी जा रहे सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस ने भारी मतों के साथ जीत हासिल की है (Congress Won Sardarshahar). अनिल शर्मा को 26,696 वोट की लीड ली है. पहले राउंड से ही अनिल शर्मा ने बढ़त बनाए हुए थी. जिसे आखिर तक कायम रखा गया और काउंटिंग आगे बढ़ने के साथ ही जीत का अंतर बढ़ता गया. भंवर लाल शर्मा सरदार शहर के सरदार के रूप में ही पहचाने गए थे, उनके निधन के बाद हो रहे उपचुनाव में सहानुभूति की लहर ने जमकर असर दिखाया और एक बार फिर इस दिशा में कांग्रेस का भरोसा कायम रहा.

रिजल्ट पर एक नजर-

  • कांग्रेस के अनिल शर्मा को 91357
  • भाजपा के अशोक पिंचा को 64505 वोट
  • आरएलपी के लालचंद मुंड को 46753 वोट मिले

कांग्रेस ने यहां से भंवरलाल शर्मा के बेटे पंडित अनिल शर्मा को ही प्रत्याशी बनाया था दूसरे नंबर के लिए बीजेपी और आरएलपी में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही (Sardarshahar By Election 2022). राउंड दर राउंड अशोक पींचा और लालचंद मूंड के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. सातवें राउंड तक आते आते बाजी भाजपा के पक्ष में जाती दिखी.

इन दिग्गजों की साख रही थी दांव पर- साल 2023 के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा सरदार शहर के उपचुनाव को सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था. जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल करके राजस्थान में अब तक चले आ रहे ट्रेंड को कड़ी चुनौती देने की दिशा में संकेत दिए हैं. यहां हालांकि बीते दिनों राजस्थान कांग्रेस में हुए गतिरोध के बाद गहलोत-पायलट चैप्टर के बीच दिग्गज नेताओं की मौजूदगी मैदान में नहीं थी. ऐसे में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच उप चुनाव की रणनीति से लेकर ग्राउंडवर्क का जिम्मा संभाला था.

पढ़ें-भाजपा के लिए आसान नहीं सरदारशहर, खल रही वसुंधरा राजे समेत स्टार प्रचारकों की गैरमौजूदगी

अब नतीजों में कामयाबी लेकर डोटासरा ने खुद को मजबूत नेता के रूप में साबित भी किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी से एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की हार देखने को मिली है, तो दूसरी ओर प्रभारी की तौर पर जिम्मा संभाल रहे अर्जुन राम मेघवाल को मैदान में उतरकर देवी सिंह भाटी की चुनौती मिली. जिसका भी सामना नहीं कर सके. आरएलपी से हनुमान बेनीवाल ने मैदान में कड़ी टक्कर देने की कोशिश की, परंतु उनका पैंतरा भी सरदार शहर की जनता ने नकार दिया. खास बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आरएलपी में प्रमुख रूप से किसान नेताओं के हाथ में ही जिम्मेदारी थी.

Last Updated : Dec 8, 2022, 2:08 PM IST
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