नई दिल्ली : कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के लिए उन पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सभी भाषाओं के विकास की पक्षधर है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए 640 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि कन्नड़ भाषा के प्रचार-प्रसार पर मात्र तीन करोड़ रुपये खर्च किए गए.
अमित शाह ने अंग्रेजी दैनिक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सभी भाषाओं के विकास की पक्षधर है और यह आरोप राजनीति से प्रेरित है कि उनकी पार्टी क्षेत्रीय भाषाओं की कीमत पर हिंदी का प्रचार-प्रसार करती है. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रमेश ने ट्वीट किया, "गृह मंत्री ने एक साक्षात्कार में दावा किया है कि भाजपा सभी भाषाओं के विकास की पक्षधर है...क्या यही वजह है कि मोदी सरकार ने संस्कृत के प्रचार-प्रसार पर 640 करोड़ रुपये खर्च किए और कन्नड़ के प्रचार-प्रसार पर सिर्फ तीन करोड़ रुपये की राशि खर्च की?"
उन्होंने यह सवाल भी किया, "क्या यही कारण है कि उस व्यक्ति को कर्नाटक की 40 प्रतिशत कमीशन सरकार ने पाठ्यपुस्तक संशोधन समिति का प्रमुख बना दिया जिसने महान कवि कुवेम्पु का अपमान किया था? क्या यही वजह है कि वन संरक्षण संशोधन विधेयक, 2022 के साथ यह परंपरा शुरू कर दी गई कि कानूनों के अंग्रेजी नाम हटा दिए जाएं और इनकी जगह हिंदी नाम रख दिए जाएं?" कांग्रेस महासचिव ने कहा, "गृह मंत्री जी, मैं ऐसी बहुत सारी बातें और रख सकता हूं. आप एक ऐसे व्यक्ति के साथ काम करते हैं जिनका लक्ष्य 'असत्यमेव जयते' रहा है."
(पीटीआई-भाषा)