नई दिल्ली : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) के एक प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 'राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा विशेष रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है.'
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए वेणुगोपाल (Venugopal) ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'सरकार ने आज जवाब दिया है कि देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई. हर राज्य में हमने देखा कि ऑक्सीजन की कमी से कितने मरीजों की मौत हुई. हम जानते हैं. मंत्री ने सदन को गुमराह किया. उनका जवाब पूरी तरह से भ्रामक है. हम मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव (privilege motion) लाएंगे.'
'ईटीवी भारत' से बात करते हुए कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'राज्यसभा में उन्होंने खुद एक प्रश्न का उत्तर दिया था तो वे इसे कैसे अस्वीकार कर सकते हैं. हम सभी जानते हैं कि लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिली. सरकार देश को वास्तविकता नहीं बताना चाहती इसलिए वे अपनी गलतियों को छिपा रहे हैं.'
नवनियुक्त मंत्री ने इस मामले पर कहा था, 'केंद्र राज्य सरकार द्वारा भेजे गए डेटा का अनुपालन और प्रकाशन करता है. हमारा काम डेटा प्रकाशित करना है और कुछ नहीं. हमने किसी को कम दिखाने के लिए नहीं कहा है. संख्या (मृत्यु के) या कम सकारात्मक मामले. इसका कोई कारण नहीं है. पीएम ने सीएम के साथ बैठकों में भी यही कहा है.'
इस पर खड़गे ने जवाब दिया, 'यह उनकी नाकामी है. जब आप इस्राइल को जासूसी के लिए लगा सकते हैं, तो क्या आपको अपने देश में जानकारी नहीं मिल सकती?'
जयवीर ने भी साधा निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, 'भाजपा सरकार का यह बयान कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है, उससे भी बड़ा झूठ है कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया. फर्जी खबरें फैलाने, प्रचार करने और अंधे होने की भाजपा की लत खतरनाक है.'
कांग्रेस पार्टी मंगलवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी शामिल नहीं हुई, जहां स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को कोविड -19 महामारी की वर्तमान स्थिति पर एक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन देना था.
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इस मामले पर सफाई देते हुए खड़गे ने कहा, 'हमारा कहना था कि सभी सांसदों को जानकारी दी जानी चाहिए, न कि केवल सदन के नेताओं को. हम चाहते हैं सभी संसद सदस्यों के पास नवीनतम जानकारी होनी चाहिए ताकि इसे पूरे देश में फैलाया जा सके. यदि आप केवल एक या दो लोगों से बात करते हैं, तो यह उपयोगी नहीं होगा.'