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पंजाब में विस चुनाव से पहले सुलझ जाएगी कांग्रेस की आंतरिक कलह : बाजवा - कांग्रेस की आंतरिक कलह

पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी का आंतरिक कलह है. इस पर राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने मामले के जल्द सुलझ जाने की उम्मीद जताई है. पढ़िए संवाददाता नियामिका सिंह की रिपोर्ट..

प्रताप सिंह बाजवा
प्रताप सिंह बाजवा
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Published : Jul 9, 2021, 7:19 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 9:56 PM IST

नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी का आंतरिक कलह है. इस पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है. जब भी आंतरिक रूप से सरकार कमजोर होगी तो बाहरी ताकतें दखल देंगी. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई की मामले काे जल्द सुलझ जाना चाहिए.

देखें वीडियो

इसके अलावा पंजाब में बिजली आपूर्ति एक अहम मुद्दा बन गया है. इसको लेकर आप ने सत्ता में आने पर राज्य में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है तो इससे आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को होने वाले नुकसान की संभावना पर ईटीवी भारत से बातचीत में बाजवा ने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री और नौकरशाहों की उनकी टीम पर निर्भर करता है. अगर वे इन सभी 18 सूत्री एजेंडे को लागू करने में सफल हो जाते हैं तो सरकार को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि नीयत और प्लानिंग हो तो सब कुछ किया जा सकता है.

आगामी विधानसभा चुनाव में पंजाब के प्रमुख मुद्दों जिस कांग्रेस सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, इस सवाल पर बाजवा ने कहा कि सबसे अहम मामला बेअदबी मामले का है. हमने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था. दूसरा है ड्रग माफियाओं का. इसमें ड्रग डीलरों से जुड़े उन राजनेताओं और पुलिसकर्मियों ने लगभग एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम ने ऐसे लोगों का खुलासा करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया था.

ये भी पढ़ें -पंजाब कांग्रेस कलह : सोनिया गांधी से मिले कैप्टन अमरिंदर, कहा- आलाकमान का फैसला होगा मंजूर

साथ ही उन्होंने कहा कि तीसरा मुद्दा बिजली की आपूर्ति का है. पंजाब में औद्योगिक, वाणिज्यिक या घरेलू उपयोग के बिजली बिल बहुत अधिक आते हैं. इससे लोग जितना कमाते हैं उससे कहीं अधिक बिजली बिलों पर खर्च करना पड़ता है, इसलिए पंजाब सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.

उन्होंने ड्रोन से गिराए गए हथियारों का हवाला देते हुए कहा कि पंजाब में हथियार फेंके गए, ड्रग्स की तस्करी होती है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार मजबूत है, पुलिस और अर्धसैनिक बल मजबूत हैं तो गैरकानूनी गतिविधियों पर लगाम लगेगी. बाजवा ने कहा कि सरकार अंदर से कमजोर होगी तो यह देश के लिए भी बड़े खतरे की घंटी है.

ये भी पढ़ें - राहुल गांधी से मिले नवजोत सिंह सिद्धू, प्रियंका से भी की मुलाकात

बाजवा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने सभी लोगों की बातें सुनी हैं. मंत्री, विधायक, सांसद सभी की मांगें सुनी गई हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोग मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं, कई मुद्दों पर काम हुआ है. सभी लोगों की मांगों और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर संतोषजनक काम किया जाना चाहिए, ऐसा होने पर सबकुछ तर्कसंगत होगा, और पार्टी में कोई भी समस्या नहीं होगी.

नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी का आंतरिक कलह है. इस पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है. जब भी आंतरिक रूप से सरकार कमजोर होगी तो बाहरी ताकतें दखल देंगी. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई की मामले काे जल्द सुलझ जाना चाहिए.

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इसके अलावा पंजाब में बिजली आपूर्ति एक अहम मुद्दा बन गया है. इसको लेकर आप ने सत्ता में आने पर राज्य में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है तो इससे आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को होने वाले नुकसान की संभावना पर ईटीवी भारत से बातचीत में बाजवा ने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री और नौकरशाहों की उनकी टीम पर निर्भर करता है. अगर वे इन सभी 18 सूत्री एजेंडे को लागू करने में सफल हो जाते हैं तो सरकार को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि नीयत और प्लानिंग हो तो सब कुछ किया जा सकता है.

आगामी विधानसभा चुनाव में पंजाब के प्रमुख मुद्दों जिस कांग्रेस सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, इस सवाल पर बाजवा ने कहा कि सबसे अहम मामला बेअदबी मामले का है. हमने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था. दूसरा है ड्रग माफियाओं का. इसमें ड्रग डीलरों से जुड़े उन राजनेताओं और पुलिसकर्मियों ने लगभग एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम ने ऐसे लोगों का खुलासा करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया था.

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साथ ही उन्होंने कहा कि तीसरा मुद्दा बिजली की आपूर्ति का है. पंजाब में औद्योगिक, वाणिज्यिक या घरेलू उपयोग के बिजली बिल बहुत अधिक आते हैं. इससे लोग जितना कमाते हैं उससे कहीं अधिक बिजली बिलों पर खर्च करना पड़ता है, इसलिए पंजाब सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.

उन्होंने ड्रोन से गिराए गए हथियारों का हवाला देते हुए कहा कि पंजाब में हथियार फेंके गए, ड्रग्स की तस्करी होती है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार मजबूत है, पुलिस और अर्धसैनिक बल मजबूत हैं तो गैरकानूनी गतिविधियों पर लगाम लगेगी. बाजवा ने कहा कि सरकार अंदर से कमजोर होगी तो यह देश के लिए भी बड़े खतरे की घंटी है.

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बाजवा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने सभी लोगों की बातें सुनी हैं. मंत्री, विधायक, सांसद सभी की मांगें सुनी गई हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोग मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं, कई मुद्दों पर काम हुआ है. सभी लोगों की मांगों और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर संतोषजनक काम किया जाना चाहिए, ऐसा होने पर सबकुछ तर्कसंगत होगा, और पार्टी में कोई भी समस्या नहीं होगी.

Last Updated : Jul 9, 2021, 9:56 PM IST
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