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देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू की पुण्यतिथि : पीएम मोदी ने किया नमन, सोनिया गांधी ने अर्पित की पुष्पांजलि

भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (first Prime Minister Jawaharlal Nehru) की आज पुण्यतिथि है. कांग्रेस समेत कई नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया.

Jawaharlal Nehru death anniversary 2022
जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि 2022
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Published : May 27, 2022, 9:17 AM IST

Updated : May 27, 2022, 9:59 AM IST

नई दिल्ली: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने शांति वन में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 58वीं पुण्यतिथि पर स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुबह-सुबह पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विट कर पंडित नेहरू को याद किया. पीएम मोदी ने ट्विट किया 'पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन.'

  • Tributes to Pandit Jawaharlal Nehru Ji on his death anniversary.

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने के बाद आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के तौर पर जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धियों से इतिहास भरा पड़ा है. जवाहरलाल नेहरू ने राजनीतिक जीवन के व्यस्ततम और संघर्षपूर्ण दिनों में लेखन के लिए समय निकाला और जेल के नीरस प्रवास को भी सृजनात्मक बना लिया. उनकी रचनाएं उन्हें एक संवेदनशील साहित्यकार और एक विद्वान इतिहासकार के रूप में पेश करती हैं.

  • #WATCH दिल्ली: ऑल इंडिया कांग्रेस समिति ने शांति वन में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 58वीं पुण्यतिथि पर स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पुष्पांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/0jdvmbZPrE

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'पिता के पत्र' के रूप में संकलित बेटी इंदिरा गांधी को लिखे उनके पत्रों में कुदरत के प्रति लगाव और देश-दुनिया के सरोकारों के प्रति एक दृष्टि विकसित कर सकने की चिंता देखी जा सकती है. उनकी लिखी किताब 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' ने सफलता के नए प्रतिमान स्थापित किए और इसके आधार पर बने 'भारत एक खोज' धारावाहिक ने इसे घर घर तक पहुंचा दिया. उनकी आत्मकथा 'एन आटोबायग्राफी' में उन्होंने अपने जीवन की कहानी का सुंदर शब्दों में वर्णन किया. इन पुस्तकों के अतिरिक्त 'जवाहरलाल नेहरू स्मारक निधि' ने उनके व्याख्यान, लेख और पत्रों को संग्रहित कर 'जवाहरलाल नेहरू वांग्मय' का हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशन किया है.

पढ़ें- Tibet issue: नेहरू ने जो किया वह भारत के हित में था: पेनपा सेरिंग

नई दिल्ली: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने शांति वन में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 58वीं पुण्यतिथि पर स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुबह-सुबह पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विट कर पंडित नेहरू को याद किया. पीएम मोदी ने ट्विट किया 'पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन.'

  • Tributes to Pandit Jawaharlal Nehru Ji on his death anniversary.

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने के बाद आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के तौर पर जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धियों से इतिहास भरा पड़ा है. जवाहरलाल नेहरू ने राजनीतिक जीवन के व्यस्ततम और संघर्षपूर्ण दिनों में लेखन के लिए समय निकाला और जेल के नीरस प्रवास को भी सृजनात्मक बना लिया. उनकी रचनाएं उन्हें एक संवेदनशील साहित्यकार और एक विद्वान इतिहासकार के रूप में पेश करती हैं.

  • #WATCH दिल्ली: ऑल इंडिया कांग्रेस समिति ने शांति वन में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 58वीं पुण्यतिथि पर स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पुष्पांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/0jdvmbZPrE

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'पिता के पत्र' के रूप में संकलित बेटी इंदिरा गांधी को लिखे उनके पत्रों में कुदरत के प्रति लगाव और देश-दुनिया के सरोकारों के प्रति एक दृष्टि विकसित कर सकने की चिंता देखी जा सकती है. उनकी लिखी किताब 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' ने सफलता के नए प्रतिमान स्थापित किए और इसके आधार पर बने 'भारत एक खोज' धारावाहिक ने इसे घर घर तक पहुंचा दिया. उनकी आत्मकथा 'एन आटोबायग्राफी' में उन्होंने अपने जीवन की कहानी का सुंदर शब्दों में वर्णन किया. इन पुस्तकों के अतिरिक्त 'जवाहरलाल नेहरू स्मारक निधि' ने उनके व्याख्यान, लेख और पत्रों को संग्रहित कर 'जवाहरलाल नेहरू वांग्मय' का हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशन किया है.

पढ़ें- Tibet issue: नेहरू ने जो किया वह भारत के हित में था: पेनपा सेरिंग

Last Updated : May 27, 2022, 9:59 AM IST

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