नई दिल्ली : कांग्रेस को डर है कि मध्य प्रदेश सरकार के कुछ अधिकारी मतगणना में सत्ताधारी भाजपा की मदद कर सकते हैं. कांग्रेस पार्टी के मध्यप्रदेश प्रभारी सीपी मित्तल ने ईटीवी भारत से बातचीत में अपनी आशंकाओं को व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अधिकारियों का एक वर्ग भाजपा की मदद के लिए नियमों के साथ छेड़-छाड़ कर सकता है. इसे लेकर पार्टी ने मध्यप्रदेश में अपने कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने को कहा है. बता दें कि 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा के 17 नवबंर को मतदान हुआ था.
सीपी मित्तल ने कहा कि पार्टी ने सभी कार्यकर्ताओं को हर समय सतर्क रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में अपनी अब तक की सबसे बुरी हार की ओर बढ़ रही है. वह अंतिम समय तक कुछ हेर-फेर करने की कोशिश करेगी. जिसमें भाजपा की ओर से पोषित कुछ अधिकारी भगवा पार्टी की मदद करने की कोशिश करेंगे. हमें सतर्क रहना है, लोकतंत्र की रक्षा करनी है और भाजपा को उसके नापाक मंसूबों में सफल नहीं होने देना है.
कांग्रेस के सचिव और मध्य प्रदेश प्रभारी सीपी मित्तल ने कहा कि यदि कोई प्रशासनिक अधिकारी अपने कर्तव्यों से समझौता करता हुआ पाया जाये तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को शांत नहीं बैठना है. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता को गड़बड़ी की भनक लगते ही विरोध दर्ज कराना चाहिए. उन्हें याद रखना चाहिए कि वे लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी हैं. किसी भी गलत काम का विरोध करना उनका कर्तव्य है. उन्होंने कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव जनता का अधिकार है. जिसे पूरी पारदर्शिता के साथ हासिल किया जाना चाहिए.
उन्होंने बताया कि पार्टी का यह निर्देश तीन दिसंबर की मतगणना से पहले 27 नवंबर को बालाघाट जिले में स्ट्रॉन्ग रूम में रखी मतपेटियों से छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने के बाद जारी किया गया है. बता दें कि इससे संबंधित एक वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया.