कयमकुलम : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने केरल में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये मंगलवार को प्रचार अभियान शुरू किया. प्रियंका गांधी ने केरल की ननों के साथ कथित तौर पर हुए दुर्व्यवहार के मुद्दे पर भाजपा और आरएसएस की आलोचना की. उन्होंने दावा किया कि गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की निंदा इसलिए की क्योंकि चुनाव सिर पर हैं.
कोल्लम जिले के करुणागापल्ली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, यह चुनाव का समय है. इसलिए जब झांसी में ननों को ट्रेन से उतारा गया और उनके ही लोगों द्वारा परेशान किया गया, तब केंद्रीय मंत्री ने इसे गलत बताया. बाकी समय वे इस तरह के बर्ताव को प्रोत्साहित करते हैं.
उन्होंने कहा, भाजपा की युवा इकाई के लोगों को किसने अनुमति दी कि वे ट्रेन में महिलाओं को परेशान करें? किसने उन्हें यह अधिकार दिया कि ननों और उनके साथ की लड़कियों के कागज की जांच करें?
प्रियंका ने कहा, किसने उन्हें उनका धर्म पूछने की इजाजत दी? क्या हम यह मानकर चल रहे हैं कि हमारे देश में महिलाएं किसी के द्वारा परेशान किए बिना ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकतीं. उन्हें कुछ गुंडों को जवाब देना होगा कि वे किसके प्रति आस्था रखती हैं.
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि उन्होंने ननों से फोन पर बात की थी और उन्होंने बताया कि वे चिंतित हैं. प्रियंका ने कहा कि उन्हें (ननों) ट्रेन से उतारा गया, वे डरी हुई थीं और उनकी सुरक्षा करने वाला कोई नहीं था.
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उन्होंने कहा कि जब भाजपा और आरएसएस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर खोखले बयान देते हैं तो, वह झूठा ही होता है क्योंकि वे महिलाओं का सम्मान नहीं करते.
चुनाव के समय के अलावा बाकी वक्त वे (भाजपा) यही कहते हुए बिताते हैं कि, महिलाओं को क्या पहनना चाहिए, क्या काम करना चाहिए, कहां जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, उनके मंत्री महिलाओं की जींस पर बयान देते हैं. उनके एक मंत्री ने कहा था कि एक कानून होना चाहिए कि जब महिलाएं जिले से बाहर जाएं तो उन्हें पुलिस में पंजीकरण कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा महिलाओं की पहचान का सम्मान नहीं करती.