नई दिल्ली : कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने दो सीनियर नेताओं सुनील जाखड़ और के वी थॉमस को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सुनील जाखड़ पर पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ जातिगत बयानबाजी करने का आरोप है जबकि केरल के कांग्रेस नेता के वी थॉमस मना करने के बावजूद सीपीआई-एम की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
सोमवार को दिल्ली के कांग्रेस वॉर रूम में अऩुशासन कमेटी की मीटिंग हुई, जिसमें सीनियर पार्टी लीडर तारिक अनवर, जे पी अग्रवाल और अंबिका सोनी शामिल हुईं. कमेटी के सदस्य सचिव और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने बताया कि सुनील जाखड़ और के वी थॉमस को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने की मोहलत दी गई है. अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं होगा, तो फिर समिति की बैठक होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा. सुनील जाखड़ की बयानबाजी के कारण विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ था. पिछले दिनों उन्होंने पूर्व सीएम चन्नी की जाति को लेकर भी विवादित बयान दिया था.
तारिक अनवर ने बताया कि केरल के नेता के वी थॉमस भी पार्टी लाइन से हटकर सीपीएम के कार्यक्रम में शिरकत की थी, जबकि केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के सुधाकरन ने उन्हें जाने से मना किया था. उन्होंने बताया कि सांसद शशि थरूर को भी निमंत्रण मिला था, मगर उन्होंने प्रदेश नेतृत्व की सलाह के बाद सीपीआई-एम के सेमीनार में शामिल होने से इनकार कर दिया. प्रदेश अध्यक्ष के सुधाकरन ने सोनिया गांधी से के वी थॉमस पर कार्रवाई करने की सिफारिश की थी.
इस बीच केरल कांग्रेस के नेता पी जे कुरियन ने भी के वी थॉमस पर अनुशासन तोड़ने का आरोप लगाया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस ने डिसिप्लीन कमेटी का पुनर्गठन किया है, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं.
(एएनआई)
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