नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि असम में पांच विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने तथा मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाई जाए.
पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से मुलाकात कर यह भी कहा कि सरमा के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप में संबंधित धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया जाए. इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पार्टी महासचिव एवं असम के प्रभारी जितेंद्र सिंह शामिल थे.
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'असम में प्रजातंत्र को रौंदा जा रहा है, संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है, पद का दुरुपयोग किया जा रहा है, मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए भ्रष्टाचार एवं प्रलोभन का सहारा लिया जा रहा है. ये सब मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा द्वारा किया जा रहा है. इसके बारे में हमने चुनाव आयोग से शिकायत की है.'
उन्होंने बताया, 'हमने मांग की है कि मामला दर्ज किया जाए, उनको चुनाव प्रचार से रोका जाए क्योंकि उन्हें आचार संहिता का उल्लंघन करने की आदत हो चुकी है. चुनाव आयोग ने हमारी बात सुनी और कहा कि सरमा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया कि जवाब मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.'
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जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि असम की पुलिस और प्रशासन भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि चुनावी सभाओं से सड़क निर्माण के आदेश दिए जा रहे हैं, लोगों को प्रलोभन दिये जा रहे हैं. असम में पांच विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिये 30 अक्टूबर को मतदान होना है.