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मध्य प्रदेश में चुनावी मूड में बीजेपी-कांग्रेस! भगवा बूथ बनाएंगे भाजपाई, घर-घर दस्तक देगी कांग्रेस

मध्य प्रदेश में मिशन 2023 के लिए बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही पार्टियां कमर कस (Congress BJP preparing for Mission 2023) ली हैं. भगवा बूथ बनाने के लिए भाजपाई 10 दिनों में 20 लाख घंटे तक पसीना बहाएंगे, जबकि कांग्रेसी घर-घर दस्तक देंगे.

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Published : Jan 19, 2022, 8:32 PM IST

भोपाल : बीजेपी और कांग्रेस 2023 की तैयारियों में जुट (Congress BJP preparing for Mission 2023) गई है. आगामी चुनाव के लिए दोनों ही पार्टियां बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है. बीजेपी के 20 हजार समयदानी कार्यकर्ताओं की फौज अगले दस दिनों में जमीनी स्तर पर 20 लाख घंटे देंगे, जबकि कांग्रेस एक फरवरी से घर चलो, घर-घर चलो अभियान शुरू करने जा रही है. इसके तहत ब्लाॅक स्तर तक जनता से संवाद स्थापित किया जाएगा. उधर बीजेपी अगले दस दिनों में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं का डिजिटल डाटा तैयार करेगी, ताकि पार्टी की पुरानी नींव पर नया निर्माण किया जा सके.

आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी गुरुवार से बूथ स्तर तक पहुंचेगी. इस मुहिम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर 20 हजार समयदानी कार्यकर्ता जुटेंगे. बीजेपी के 20 हजार कार्यकर्ता अगले दस दिनों तक यानी 30 जनवरी तक हर बूथ पर पहुंचेगे. एक-एक कार्यकर्ता 10 दिनों में 100 घंटे का समय देगा. इस तरह बीजेपी के 20 हजार कार्यकर्ता अगले दस दिनों में 20 लाख घंटे पार्टी को देंगे. इस अभियान में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, सांसद विधायक सभी बूथ तक जाएंगे और 100 घंटे का समय देंगे.

एप पर अपलोड होगी बूथ की सब डिटेल
बीजेपी के संगठन एप में बूथ स्तर तक के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं की डिटेल दर्ज कराई जाएगी. ताकि एक क्लिक पर पार्टी के पास बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ताओं की पूरी जानकारी मिल सके. इसमें बूथ के प्रभारी का नाम, मोबाइल नंबर, फोटो, पता सहित तमाम जानकारी दर्ज होगी. बीजेपी की रणनीति अगले चुनाव में पार्टी के वोटिंग परसेंटेज को 10 फीसदी तक बढ़ाने की है. बीजेपी की कोशिश ऐसे मतदाताओं की जानकारी जुटाने की है, जो पार्टी के नजदीक नहीं हैं. इसके लिए बीजेपी निष्ठावान मतदाताओं का भी ब्यौरा संगठन एप पर दर्ज करेगी. पिछले विधानसभा चुनाव में बूथ स्तर पर कितने वोट बीजेपी को मिले थे, इसका भी रिकाॅर्ड तैयार किया जा रहा है. इस तरह बीजेपी प्रदेश के सभी 65 हजार बूथ को डिजिटल बूथ में तब्दील करने जा रही है, ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा.

कांग्रेस जनता से करेगी संवाद
उधर कांग्रेस घर-घर दस्तक देकर नए सदस्य बनाने का अभियान शुरू करने जा रही है. कांग्रेस एक फरवरी से घर चलो, घर-घर चलो अभियान शुरू कर रही है. अभियान में पूर्व मंत्री से लेकर विधायक और तमाम पार्टी पदाधिकारी घर-घर दस्तक देकर नए सदस्य बनाएंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ब्लाॅक स्तर तक जनता से सीधे संवाद करने के निर्देश दिए हैं. अभियान के दौरान कांग्रेस ऐसे स्थानीय मुद्दों को भी खोजेगी, जिन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में उठाया जा सके. कांग्रेस की कोशिश है कि जनता तक पार्टी का संपर्क तेज हो, साथ ही संगठनात्मक गतिविधियां बढ़ने से नीचे तक मजबूती भी मिले. पार्टी के मंडलम, सेक्टर और बूथ इकाइयों को भी मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे.

पिछले विधानसभा चुनाव से लिया सबक
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव के मुताबिक पार्टी आगामी चुनाव की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी. इसके लिए संगठन को मजबूत बनाने और नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) में बीजेपी नंबरों के गेम में कांग्रेस से पिछड़ गई थी. 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 109 विधानसभा सीटें ही मिली थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 114 सीटें आई थीं. हालांकि बाद में कांग्रेस में हुई फूट के चलते बीजेपी फिर सत्ता में आने में कामयाब रही.

यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में नहीं होंगे पंचायत चुनाव, राज्य निर्वाचन आयोग ने लिया फैसला

भोपाल : बीजेपी और कांग्रेस 2023 की तैयारियों में जुट (Congress BJP preparing for Mission 2023) गई है. आगामी चुनाव के लिए दोनों ही पार्टियां बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है. बीजेपी के 20 हजार समयदानी कार्यकर्ताओं की फौज अगले दस दिनों में जमीनी स्तर पर 20 लाख घंटे देंगे, जबकि कांग्रेस एक फरवरी से घर चलो, घर-घर चलो अभियान शुरू करने जा रही है. इसके तहत ब्लाॅक स्तर तक जनता से संवाद स्थापित किया जाएगा. उधर बीजेपी अगले दस दिनों में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं का डिजिटल डाटा तैयार करेगी, ताकि पार्टी की पुरानी नींव पर नया निर्माण किया जा सके.

आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी गुरुवार से बूथ स्तर तक पहुंचेगी. इस मुहिम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर 20 हजार समयदानी कार्यकर्ता जुटेंगे. बीजेपी के 20 हजार कार्यकर्ता अगले दस दिनों तक यानी 30 जनवरी तक हर बूथ पर पहुंचेगे. एक-एक कार्यकर्ता 10 दिनों में 100 घंटे का समय देगा. इस तरह बीजेपी के 20 हजार कार्यकर्ता अगले दस दिनों में 20 लाख घंटे पार्टी को देंगे. इस अभियान में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, सांसद विधायक सभी बूथ तक जाएंगे और 100 घंटे का समय देंगे.

एप पर अपलोड होगी बूथ की सब डिटेल
बीजेपी के संगठन एप में बूथ स्तर तक के सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं की डिटेल दर्ज कराई जाएगी. ताकि एक क्लिक पर पार्टी के पास बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ताओं की पूरी जानकारी मिल सके. इसमें बूथ के प्रभारी का नाम, मोबाइल नंबर, फोटो, पता सहित तमाम जानकारी दर्ज होगी. बीजेपी की रणनीति अगले चुनाव में पार्टी के वोटिंग परसेंटेज को 10 फीसदी तक बढ़ाने की है. बीजेपी की कोशिश ऐसे मतदाताओं की जानकारी जुटाने की है, जो पार्टी के नजदीक नहीं हैं. इसके लिए बीजेपी निष्ठावान मतदाताओं का भी ब्यौरा संगठन एप पर दर्ज करेगी. पिछले विधानसभा चुनाव में बूथ स्तर पर कितने वोट बीजेपी को मिले थे, इसका भी रिकाॅर्ड तैयार किया जा रहा है. इस तरह बीजेपी प्रदेश के सभी 65 हजार बूथ को डिजिटल बूथ में तब्दील करने जा रही है, ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा.

कांग्रेस जनता से करेगी संवाद
उधर कांग्रेस घर-घर दस्तक देकर नए सदस्य बनाने का अभियान शुरू करने जा रही है. कांग्रेस एक फरवरी से घर चलो, घर-घर चलो अभियान शुरू कर रही है. अभियान में पूर्व मंत्री से लेकर विधायक और तमाम पार्टी पदाधिकारी घर-घर दस्तक देकर नए सदस्य बनाएंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ब्लाॅक स्तर तक जनता से सीधे संवाद करने के निर्देश दिए हैं. अभियान के दौरान कांग्रेस ऐसे स्थानीय मुद्दों को भी खोजेगी, जिन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में उठाया जा सके. कांग्रेस की कोशिश है कि जनता तक पार्टी का संपर्क तेज हो, साथ ही संगठनात्मक गतिविधियां बढ़ने से नीचे तक मजबूती भी मिले. पार्टी के मंडलम, सेक्टर और बूथ इकाइयों को भी मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे.

पिछले विधानसभा चुनाव से लिया सबक
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव के मुताबिक पार्टी आगामी चुनाव की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी. इसके लिए संगठन को मजबूत बनाने और नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) में बीजेपी नंबरों के गेम में कांग्रेस से पिछड़ गई थी. 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 109 विधानसभा सीटें ही मिली थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 114 सीटें आई थीं. हालांकि बाद में कांग्रेस में हुई फूट के चलते बीजेपी फिर सत्ता में आने में कामयाब रही.

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