वाशिंगटन: अमेरिका ने गुरुवार को भारत के सत्तारूढ़ दल के अधिकारियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में उस टिप्पणी की निंदा की, जिस पर मुस्लिम देशों में हंगामा मचा था. विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा, "हम भाजपा के दो अधिकारियों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों की निंदा करते हैं लेकिन हमें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भारतीय जनता पार्टी ने सार्वजनिक रूप से उन टिप्पणियों की निंदा की है.
उन्होंने कहा कि हम धर्म या आस्था की स्वतंत्रता सहित मानवाधिकार संबंधी चिंताओं पर वरिष्ठ स्तर पर भारत सरकार के साथ नियमित रूप से जुड़ते हैं और हम भारत को मानवाधिकारों के सम्मान को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा की प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने 26 मई को पैगंबर मुहम्मद के बारे में टेलीविज़न पर टिप्पणी की. जिसने इस्लामी दुनिया भर में प्रदर्शन हुए.
उस टिप्पणी पर अरब राज्यों में राजनयिक विरोध शुरू कर दिया. जो आमतौर पर भारत के साथ घनिष्ठ संबंध रखते है. बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने भारत की करीबी सहयोगी प्रधान मंत्री शेख हसीना से औपचारिक निंदा की मांग की है. डैमेज कंट्रोल के तहत भाजपा ने नुपूर शर्मा के साथ-साथ नवीन कुमार जिंदल को भी निलंबित कर दिया. जिन पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में भड़काऊ ट्वीट करने का आरोप लगा था.
1990 के दशक के उत्तरार्ध से अमेरिका ने भारत के साथ संबंधों की मजबूती पर ध्यान केंद्रित किया है. यह मानते हुए कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के हित समान हैं, विशेष रूप से बढ़ते चीन के सामने. हालांकि अमेरिका ने कई बार भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उठाया है क्योंकि पीएम मोदी पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को टारगेट करने वाली नीतियों को आगे बढ़ाने का आरोप है.
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