अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि कृषि ही एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो देश में कम वक्त में अर्थव्यवस्था को गति दे सकता है. लेकिन, राज्य में कम्युनिस्ट ने किसानों का शोषण किया है.
यह बात उन्होंने कॉलेज ऑफ फिशरीज में आयोजित विशेष कार्यक्रम में कही. इस कार्यक्रम में उन्होंने कैम्पस में एक वेट लैब, एकेडमिक बिल्डिंग और लाइब्रेरी बिल्डिंग का उद्घाटन किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य के कृषि मंत्री प्रणजीत सिन्हा रॉय उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि अब लोगों को नौकरियों के लिए किसी प्रकार की रैलियों में शामिल होने की जरूरत नहीं है, बल्कि वे खेती और उद्यमिता शुरू कर आत्मनिर्भर हो सकते हैं. यदि दस साल पहले त्रिपुरा में भाजपा सरकार बना पाती, तो प्रदेश का विकास और अधिक हो सकता था.
अब मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब किसानों की प्रति व्यक्ति आय 6000 रुपये से बढ़कर 11,000 रुपये हो गई है.
पढ़ें : त्रिपुरा सीएम ने अगरतला से बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ान की मांग की
राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री प्रणजीत सिन्हा रॉय ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य और केंद्र सरकार कृषि और किसानों के हित की व्यवस्था के लिए कई प्रयास किये हैं. उन्होंने कहा कि पहले कई सरकारों ने राज्य पर शासन किया है लेकिन किसानों के बारे में कभी नहीं सोचा.
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के नेतृत्व में भाजपा के गठन के बाद, उन्होंने एमएसपी के साथ धान की खरीदी तथा अन्य कई पहल कियें हैं, जिसके कारण किसानों को अच्छी आय मिल रही है.
इस अवसर पर इम्फाल के केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा, इम्फाल के केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर रतन कुमार साहा भी उपस्थित थे.