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Rajasthan : कोटा में NEET के दो छात्रों ने की खुदकुशी, महाराष्ट्र और बिहार के थे रहने वाले, कलेक्टर ने दो महीने तक टेस्ट पर लगाई रोक

कोटा में छात्रों के खुदकुशी का मामला थमता नहीं दिख रहा है. रविवार को महाराष्ट्र और बिहार के दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली. दोनों नीट की तैयारी कर रहे थे. इन दोनों मामलों के बाद कलेक्टर ने अगले दो महीने तक कोई टेस्ट आयोजित नहीं करने के निर्देश दिए हैं.

Student Dies By Suicide In Kota
Student Dies By Suicide In Kota
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 27, 2023, 9:39 PM IST

Updated : Aug 27, 2023, 10:20 PM IST

कोटा सिटी एएसपी भगवंत सिंह हिंगड़

कोटा. राजस्थान का कोटा शहर. इस शहर को कोचिंग संस्थानों के लिए जाना जाता है. यहां हर साल भारी संख्या में छात्र मेडिकल और नीट की तैयारियों के लिए आते हैं, लेकिन शहर में छात्रों के खुदकुशी के सिलसिलों ने राज्य सरकार के साथ ही कोचिंग संस्थानों की भी मुश्किलें बढ़ा दी है. इसी कड़ी में रविवार को दो और छात्रों ने आत्महत्या कर ली है. इनमें से एक महाराष्ट्र और एक बिहार का रहने वाला था. सुसाइड के दोनों मामलों को देखते हुए कलेक्टर ने अगले दो महीने तक किसी भी तरह के टेस्ट आयोजित करने पर रोक लगा दी है.

विज्ञान नगर थाना अधिकारी देवेश भारद्वाज ने बताया कि एक छात्र ने खुदकुशी कर ली, जिसकी सूचना के बाद वो मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. उन्होंने बताया कि मृतक छात्र अविष्कार संभाजी (16) महाराष्ट्र के लातूर जिले के अहमदनगर का निवासी है और वो यहां नीट की कोचिंग तैयारी कर रहा था. बीते दो साल से वो कोटा में ही रह रहा था. वहीं, रविवार को कोचिंग संस्थान की ओर से टेस्ट आयोजित किया गया था और वो टेस्ट देने के लिए कोचिंग संस्थान पहुंचा था. पुलिस की ओर से बताया गया कि छात्र ने कोचिंग संस्थान में ही खुदकुशी की, जबकि प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि संडे को कोई भी टेस्ट या फिर क्लास नहीं लिया जाएगा.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan : कोटा में नीट की तैयारी कर रहे छात्र ने की खुदकुशी, 2 महीने पहले ही हॉस्टल में हुआ था शिफ्ट

फिलहाल मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा. थाना अधिकारी ने बताया कि मृतक छात्रा के नाना-नानी उसके साथ ही तलवंडी इलाके में ही रहते थे. छात्र बीते दो साल से कोटा में ही रह रहा था और वर्तमान में 12वीं के साथ ही वो मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था. उसके माता-पिता भी कोटा के लिए रवाना हो गए हैं. फिलहाल घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिली है, बावजूद इसके पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. इधर, इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. वहीं, आपको बता दें कि कोटा में साल 2023 की शुरुआत से अब तक कुल 22 छात्रों ने खुदकुशी की है.

विज्ञान नगर थाना अधिकारी देवेश भारद्वाज

बिहार के छात्र ने की आत्महत्या : बिहार से कोटा में नीट की तैयारी करने आए एक छात्र ने खुदकुशी कर ली. कुन्हाड़ी थाना अधिकारी गंगासहाय शर्मा ने बताया कि मृतक छात्र बिहार के रोहतास जिले का निवासी 18 वर्षीय आदर्श है, जो कि अपने भाई-बहन के साथ यहां रहता था. उसने शनिवार रात 8:30 के आसपास सुसाइड अटेम्प्ट किया. घटना के समय उसके भाई-बहन दूसरे रूम में थे. संदेह होने पर उन्होंने आदर्श का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला. जैसे-तैसे दरवाजा खोलकर अंदर गए तो उन्हें घटना का पता चला. तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसने दम तोड़ दिया. सीआई शर्मा के अनुसार फिलहाल सुसाइड नोट उन्हें नहीं मिला है. बता दें कि यह अगस्त माह का छठां सुसाइड है. अब तक 8 महीने में 23 छात्र जान दे चुके हैं.

पढ़ेंः Kota Suicide Cases : पेरेंट्स का दबाव और पढ़ाई का तनाव पड़ रहा बच्चों पर भारी, पढ़ाई का मोटा खर्चा भी बन रहा सुसाइड का कारण

2 महीने तक नहीं होगा कोई भी टेस्ट : जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने रविवार को सभी विद्यार्थियों का अवकाश रखने के लिए निर्देश किया था, लेकिन कुछ कोचिंग संस्थानों ने फिर भी टेस्ट आयोजित किए थे. ऐसे में अगले दो महीने तक किसी भी तरह के टेस्ट लेने पर रोक लगा दी गई है. टेस्ट के बाद ही अधिकांश विद्यार्थी तनाव में आते हैं और उसी के बाद सुसाइड अटेम्प्ट या आत्महत्याओं के मामले बढ़ते हैं. आज भी टेस्ट देने के बाद ही बच्चे ने आत्महत्या करने की बात सामने आई है.

कोटा सिटी एएसपी भगवंत सिंह हिंगड़

कोटा. राजस्थान का कोटा शहर. इस शहर को कोचिंग संस्थानों के लिए जाना जाता है. यहां हर साल भारी संख्या में छात्र मेडिकल और नीट की तैयारियों के लिए आते हैं, लेकिन शहर में छात्रों के खुदकुशी के सिलसिलों ने राज्य सरकार के साथ ही कोचिंग संस्थानों की भी मुश्किलें बढ़ा दी है. इसी कड़ी में रविवार को दो और छात्रों ने आत्महत्या कर ली है. इनमें से एक महाराष्ट्र और एक बिहार का रहने वाला था. सुसाइड के दोनों मामलों को देखते हुए कलेक्टर ने अगले दो महीने तक किसी भी तरह के टेस्ट आयोजित करने पर रोक लगा दी है.

विज्ञान नगर थाना अधिकारी देवेश भारद्वाज ने बताया कि एक छात्र ने खुदकुशी कर ली, जिसकी सूचना के बाद वो मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. उन्होंने बताया कि मृतक छात्र अविष्कार संभाजी (16) महाराष्ट्र के लातूर जिले के अहमदनगर का निवासी है और वो यहां नीट की कोचिंग तैयारी कर रहा था. बीते दो साल से वो कोटा में ही रह रहा था. वहीं, रविवार को कोचिंग संस्थान की ओर से टेस्ट आयोजित किया गया था और वो टेस्ट देने के लिए कोचिंग संस्थान पहुंचा था. पुलिस की ओर से बताया गया कि छात्र ने कोचिंग संस्थान में ही खुदकुशी की, जबकि प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि संडे को कोई भी टेस्ट या फिर क्लास नहीं लिया जाएगा.

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फिलहाल मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा. थाना अधिकारी ने बताया कि मृतक छात्रा के नाना-नानी उसके साथ ही तलवंडी इलाके में ही रहते थे. छात्र बीते दो साल से कोटा में ही रह रहा था और वर्तमान में 12वीं के साथ ही वो मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था. उसके माता-पिता भी कोटा के लिए रवाना हो गए हैं. फिलहाल घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिली है, बावजूद इसके पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. इधर, इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. वहीं, आपको बता दें कि कोटा में साल 2023 की शुरुआत से अब तक कुल 22 छात्रों ने खुदकुशी की है.

विज्ञान नगर थाना अधिकारी देवेश भारद्वाज

बिहार के छात्र ने की आत्महत्या : बिहार से कोटा में नीट की तैयारी करने आए एक छात्र ने खुदकुशी कर ली. कुन्हाड़ी थाना अधिकारी गंगासहाय शर्मा ने बताया कि मृतक छात्र बिहार के रोहतास जिले का निवासी 18 वर्षीय आदर्श है, जो कि अपने भाई-बहन के साथ यहां रहता था. उसने शनिवार रात 8:30 के आसपास सुसाइड अटेम्प्ट किया. घटना के समय उसके भाई-बहन दूसरे रूम में थे. संदेह होने पर उन्होंने आदर्श का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला. जैसे-तैसे दरवाजा खोलकर अंदर गए तो उन्हें घटना का पता चला. तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसने दम तोड़ दिया. सीआई शर्मा के अनुसार फिलहाल सुसाइड नोट उन्हें नहीं मिला है. बता दें कि यह अगस्त माह का छठां सुसाइड है. अब तक 8 महीने में 23 छात्र जान दे चुके हैं.

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2 महीने तक नहीं होगा कोई भी टेस्ट : जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने रविवार को सभी विद्यार्थियों का अवकाश रखने के लिए निर्देश किया था, लेकिन कुछ कोचिंग संस्थानों ने फिर भी टेस्ट आयोजित किए थे. ऐसे में अगले दो महीने तक किसी भी तरह के टेस्ट लेने पर रोक लगा दी गई है. टेस्ट के बाद ही अधिकांश विद्यार्थी तनाव में आते हैं और उसी के बाद सुसाइड अटेम्प्ट या आत्महत्याओं के मामले बढ़ते हैं. आज भी टेस्ट देने के बाद ही बच्चे ने आत्महत्या करने की बात सामने आई है.

Last Updated : Aug 27, 2023, 10:20 PM IST
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