बिजनौर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में तमाम पुलिसकर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गयी थी. ड्यूटी के बाद घर लौटे सैकड़ों पुलिस के जवान कोविड पॉजिटिव पाए गए थे. जिनका इलाज कोई और डाक्टर नहीं, बल्कि बिजनौर सीओ ट्रेनी गणेश कुमार गुप्ता खुद कर रहे हैं. वो भी महज इसलिए की साल 2005 में सीओ ने एमबीबीएस पास कर मेडिकल लाइन को चुना था. यही वजह है कि अब सीओ की देखरेख में चल रहे इलाज के बाद कई पुलिसकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव भी आने लगी है.
पुलिस वर्दी में डॉक्टर
बिजनौर के पीपीएस ट्रेनी सीओ गणेश कुमार गुप्ता ने साल 2005 में किंग्स जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर कई सरकारी अस्पतालों में सरकारी नौकरी की है. बचपन से गणेश को सिविल सर्विस में जाने का मन था. उसी का नतीजा ये रहा की साल 2016 में पहली बार में पीपीएस बनकर पुलिस सेवा शुरू की. लेकिन गणेश ने मेडिकल करियर के पेशे को कभी नहीं छोड़ा, बल्कि अपने जान पहचान के यार दोस्तों का लगातार इलाज कर रहे थे. एसपी डॉ. धर्मवीर के कहने पर कोविड पुलिसकर्मियों का बिजनौर पुलिस लाइन में लगातार कई दिन से इलाज कर रहे हैं.
22 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट आई नेगेटिव
बिजनौर में कोविड पुलिस मरीज का इलाज ट्रेनी सीओ डॉक्टर गणेश कुमार गुप्ता द्वारा किया जा रहा है. अब तक कुल 162 पुलिसकर्मी कोविड पॉजिटिव मिले हैं. जिनमें से 22 कोविड-19 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं लगातार सीओ ट्रेनी गणेश कुमार गुप्ता द्वारा सभी लोगों का इलाज किया जा रहा है. साथ ही गणेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस महकमे के साथ-साथ अन्य विभाग के लोगों को भी उनके द्वारा समय-समय पर सलाह दी जा रही है.
पढ़ेंः यूपी : बुलंदशहर में BIBCOL कंपनी हर माह बनाएगी डेढ़ करोड़ कोवैक्सीन