भोपाल। जबलपुर में ईसाई धर्मगुरू बिशप पीसी सिंह के घर EOW के छापे में करोडों की संपत्ति बरामद हुई थी. सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. सीएम ने मामले की त्रिस्तरीय जांच किए जाने के निर्देश दिए हैं. मामले की जांच धर्मांतरण के इंगल से भी की जाएगी. इसके अलावा ट्रस्ट को लीज पर दी गई जमीनों के व्यवसायिक उपयोग, लीज नवीनीकरण में स्टांप ड्यूटी में टैक्स चोरी और धांधली किए जाने की भी जांच कराई जाएगी. पीसी सिंह द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायसिस के बिशप हैं. सिंह पर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से कई संस्थाओं का प्रमुख बनने और पैसों का गबन करने की शिकायत मिली थी.
1.65 करोड नगद मिलने के बाद सतर्क हुई सरकार: ईओडब्ल्यू ने गुरूवार को जबलपुर स्थित बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इिंउया के बिशप चेयरमेन के घर और ऑफिस पर छापेमारे थे. छापे में करोड़ों की संपत्ति उजागर हुई है. पीसी सिंह के खिलाफ फादर हीरा नवल मसीह ने शिकायत की थी. शिकायत की जांच में पीसी सिंह के खिलाफ फर्जी तरीके से ट्रस्ट से जुड़ी संस्थाओं का दुरूपयोग करने, नाम परिवर्तन कर नई संस्थाओं का निर्माण करने, अवैधानिक कार्य करने की गड़बड़ियां मिली हैं. जांच में पता चला है कि संस्थाओं की लीज रिनुअल में गड़बड़ी कर करीब 7 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी की गई है. छापामार कार्रवाई में 17 संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 1 करोड 65 लाख नगद राशि, 18 हजार 352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड सहित 8 चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं.
MP: जबलपुर में EOW की RAID, ईसाई धर्म गुरु के घर मिली करोड़ों की नगदी और विदेशी करेंसी
होगी त्रिस्तरीय जांच: सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि पीसी सिंह से संबंधित संस्थाओं में धर्मांतरण भी किया जा रहा था. जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच धर्मांतरण के एंगल से कराने के भी निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा है कि देखा जाए कि प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण के कार्य में तो नहीं हो रहा है. इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू और स्थानीय जिला प्रशासन करेगा. जांच को लेकर जो निर्देश दिए गए हैं उसमें-
-शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जो जमीन लीज पर मिली है, उसका उपयोग स्कूल, अस्पताल या ईसाई धर्म से जुड़े कामों में न होकर क्या किसी अन्य व्यवसायिक कार्यो में हो रहा है. इसकी जांच की जाए.
- कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें ट्रस्ट की संस्थाओं के लीज संबंधी प्रकरण में धोखाधड़ी कर टैक्स नहीं चुकाया गया है. संस्थाओं का नाम बदलकर दुरूपयोग किया जा रहा है. इसकी भी जांच कराई जाएगी.