रायपुर: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस सुरक्षा में शनिवार को हत्या कर दी गई. तीन हमलावर पत्रकार बनकर आए, गोली मारकर अतीक और अशरफ की हत्या कर दी. इस घटना पर सीएम भूपेश बघेल ने योगी सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि "यूपी में कानून व्यवस्था नहीं है. योगी सरकार के क्राइम फ्री का दावा झूठा है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद गंभीर है. मेडिकल के लिए जा रहे आरोपी अतीक और अशरफ की हत्या हो जाती है. जबकि वह पुलिस की कस्टडी में थे."
बघेल ने कहा, "उत्तर प्रदेश में कोई कानून व्यवस्था नहीं है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि अपराधी यूपी छोड़कर चले गए हैं, जबकि वे जेलों में बैठकर लोगों की हत्या कर रहे हैं. भाजपा सरकार के यूपी को अपराध मुक्त बनाने का दावा फर्जी है. सीएम ने इस घटना पर संदेह जताते हुए पूछा है कि" यह कैसे संभव है कि बदमाश पत्रकारों के घेरे में घुसे और फिर गोलीबारी की"
अतीक पर यूपी में 100 से ज्यादा केस दर्ज थे. उमेश पाल की हत्या के बाद से अतीक और अशरफ पर शिकंजा कसा था. कोर्ट के आदेश पर उनसे पूछताछ की जा रही थी.अतीक को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था. जबकि अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया था.
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अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का पुलिस ने गुरुवार 13 अप्रैल को झांसी के पास एनकाउंटर कर दिया था. उसके बाद शनिवार को असद को दफनाया गया. शनिवार को ही अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई. अतीक और अशरफ के रविवार को प्रयागराज में दफनाया गया. इस दौरान भारी सुरक्षाबल ने सुरक्षा मोर्चा संभाल रखा था.
सोर्स: पीटीआई