नागौर. मामला पीलवा थाने के ग्राम बस्सी स्थित राजकीय स्कूल से जुड़ा है. यहां लिपिक पद पर काम कर रहे रामस्वरूप ने आत्मदाह की कोशिश की. बताया जा रहा है कि उसकी हालत नाजुक है और वो 80% झुलस गया है. उसका अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है. मौके पर पीलवा थाना पुलिस मौजूद है.
जानकारी के मुताबिक क्लर्क ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली. जिससे लिपिक 80% झुलस गया. लिपिक को गंभीर हालत में अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर किया गया है. झुलसा हुआ लिपिक स्कूल के मैनेजमेंट से परेशान था. घटना की जानकारी मिलते ही पीलवा थानाधिकारी सूरजमल चौधरी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे, सरपंच जगदीश मेघवाल सहित गांव के जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे हैं.
जानकारी के अनुसार लिपिक का तबादला बस्सी स्कूल से पीलवा हो गया था. इसके बाद रिलीव करने व चार्ज सौंपने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. जिससे लिपिक मानसिक रूप से परेशान हो गया और स्कूल पहुंचकर खुद को आग लगा ली. वहीं यह भी सामने आया है कि लिपिक ने स्कूल के कागजात भी जला दिए. खुद को आग लगाने वाले लिपिक रामस्वरूप उम्र 55 साल बताई जा रही है, लिपिक की हालत गंभीर है और अजमेर में इलाज चल रहा है.
पीलवा थानाधिकारी सूरजमल चौधरी ने बताया है की पीड़ित क्लर्क रामसुख मेघवाल (55) ने आरोप लगाया है कि स्कूल की प्रिंसिपल सीमा चंदेल ट्रांसफर होने के बाद भी उसे रिलीव करने से मना कर रही थी. इसके साथ ही स्कूल के स्टाफ धन्नाराम, महावीर और सुमित भी उसे परेशान कर रहे थे. बताया जा रहा है कि क्लर्क रामसुख का ट्रांसफर 15 दिन पहले पीलवा स्कूल में हो गया था. रामसुख बस्सी का ही रहने वाला है. क्लर्क पांच दिन पहले स्कूल के ऑफिस में पेट्रोल की बोतल लेकर आया था. जिसे वहीं रख दिया था. वहीं, हादसे को देखते हुए स्कूल की छुट्टी कर दी गई. सरपंच जगदीश मेघवाल, लक्ष्मण नाथ डूडी भी स्कूल पहुंचे.