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प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने तीन मुख्य न्यायाधीशों को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के तौर पर शपथ दिलाई - तीन मुख्य न्यायाधीशों

तीन हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश के रूप में शपथ दिलाई गई. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने इन्हें एक समारोह में शपथ दिलाई. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है. Supreme Court, three high court chief justices, CJI DY Chandrachud

Supreme Court
सुप्रीम कोर्ट
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By PTI

Published : Nov 9, 2023, 6:27 PM IST

नई दिल्ली : प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने तीन उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा, न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और न्यायमूर्ति संदीप मेहता को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में गुरुवार को शपथ दिलाई. तीनों न्यायाधीशों ने उच्चतम न्यायालय परिसर में एक समारोह में अन्य न्यायाधीशों, वकीलों और अपने परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में शपथ ली.

तीन न्यायाधीशों के शपथ लेने के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीश की संख्या पूर्ण यानी 34 हो गई है. इससे पहले आज दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संदीप मेहता को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इन न्यायाधीशों की पदोन्नति की घोषणा की.

उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने छह नवंबर को उनके नामों की सिफारिश की थी. उच्चतम न्यायालय में पिछली बार न्यायाधीशों की संख्या इस साल फरवरी में पूर्ण हुई थी जब न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को पदोन्नति प्रदान कर शीर्ष अदालत में नियुक्त किया गया था.

जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा को 18 जनवरी, 2008 को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें 11 अक्टूबर, 2021 को तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और उसके बाद, 28 जून, 2022 को दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया था. न्यायमूर्ति शर्मा ने 15 वर्षों से अधिक समय तक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और दो वर्षों से अधिक समय तक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया है.

जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह को 10 जुलाई 2008 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें 30 मई को राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था. जस्टिस संदीप मेहता को 30 मई, 2011 को राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. अपने मूल उच्च न्यायालय में वरिष्ठता प्राप्त करने के बाद, उन्हें गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 15 फरवरी से वे वहां कार्यरत हैं.

ये भी पढ़ें - सुप्रीम कोर्ट ने दिवाला और दिवालियापन संहिता के प्रमुख प्रावधानों की वैधता बरकरार रखी

नई दिल्ली : प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने तीन उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा, न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और न्यायमूर्ति संदीप मेहता को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में गुरुवार को शपथ दिलाई. तीनों न्यायाधीशों ने उच्चतम न्यायालय परिसर में एक समारोह में अन्य न्यायाधीशों, वकीलों और अपने परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में शपथ ली.

तीन न्यायाधीशों के शपथ लेने के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीश की संख्या पूर्ण यानी 34 हो गई है. इससे पहले आज दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संदीप मेहता को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इन न्यायाधीशों की पदोन्नति की घोषणा की.

उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने छह नवंबर को उनके नामों की सिफारिश की थी. उच्चतम न्यायालय में पिछली बार न्यायाधीशों की संख्या इस साल फरवरी में पूर्ण हुई थी जब न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को पदोन्नति प्रदान कर शीर्ष अदालत में नियुक्त किया गया था.

जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा को 18 जनवरी, 2008 को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें 11 अक्टूबर, 2021 को तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और उसके बाद, 28 जून, 2022 को दिल्ली उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया था. न्यायमूर्ति शर्मा ने 15 वर्षों से अधिक समय तक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और दो वर्षों से अधिक समय तक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया है.

जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह को 10 जुलाई 2008 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें 30 मई को राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था. जस्टिस संदीप मेहता को 30 मई, 2011 को राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. अपने मूल उच्च न्यायालय में वरिष्ठता प्राप्त करने के बाद, उन्हें गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 15 फरवरी से वे वहां कार्यरत हैं.

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