अमृतसर: भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे सचखंड रविवार को अपने परिवार के साथ श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे, जहां सेना प्रमुख ने अपने परिवार के साथ गुरु घर में माथा टेका और सरबत की भलाई के लिए प्रार्थना की. वहीं उन्होंने दिव्य श्लोकों का पाठ किया और अपने परिवार के साथ श्री हरमंदिर साहिब की परिक्रमा की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज यहां आकर उन्हें काफी खुशी मिली है. इस मौके पर शिरोमणि कमेटी ने उन्हें और उनके परिवार को सम्मानित किया.
एसजीपीसी सदस्य ने सेना प्रमुख के साथ कुछ मुद्दों पर की चर्चा: इस मौके पर एसजीपीसी सदस्य भगवंत सिंह सियालका ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज सेना प्रमुख अपने परिवार सहित अध्यात्म के केंद्र में नतमस्तक होने आये हैं और हमने उन्हें सम्मानित किया है. इस मौके पर भगवंत सिंह सियालका ने कहा कि हमारे कुछ मुद्दे थे, जिन्हें सेना प्रमुख के साथ साझा किया गया. उन्होंने कहा कि जहां सेना की छावनियां हैं, वहां गुरुद्वारा साहिब की व्यवस्था बहुत अच्छी है. गुरु ग्रंथ साहिब को सम्मानपूर्वक रखा गया है, लेकिन बीएसएफ और अन्य अर्धसैनिक बलों की तरह कई जगहों पर सिख इकाइयां हैं, और गुरुद्वारा साहिब का प्रबंधन उनके लिए उचित नहीं है.
हर धर्म के आदरणीय धर्मग्रंथ : उन्होंने कहा कि हर धर्म की अपनी-अपनी नैतिकता होती है. हर धर्म के ग्रंथ सम्मान के योग्य हैं, लेकिन गुरु ग्रंथ साहिब जागृति का प्रतीक हैं. वे हमारे लिए प्रत्यक्ष शिक्षक हैं. इसीलिए इस मसले पर उनसे कहा गया कि इनका प्रबंधन ठीक से किया जाए और सेना में सिखों का कोटा बरकरार रखा जाए. उनको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सेना प्रमुख से बातचीत भी चल रही है.
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