चेन्नई : तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के अरुंबक्कम क्षेत्र में बीते दिनों एक प्राइवेट ज्वेलरी लोन बैंक से सोने की डकौती (Chennai Fedbank robbery case) चोरी के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मामले में नया खुलासा हुआ. पुलिस के मुताबिक, लुटेरे संतोष ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने अचरप्पक्कम इंस्पेक्टर अमलराज के घर में सोने के जेवर छिपाए थे. इसके बाद विशेष पुलिस टीम ने अचरप्पक्कम निरीक्षक के घर से 3.7 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए. पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि डकैती की घटना में इंस्पेक्टर अमलराज शामिल था.
वहीं, फेडबैंक डकैती की घटना में मिलीभगत सामने आने के बाद पुलिस निरीक्षक अमलराज को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही पुलिस ने अमलराज को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने डकैती में उसकी भूमिका का पता लगाने के लिए अमलराज से पूछताछ की. इस बारे में चेन्नई के पुलिस कमिश्नर शंकर जिवाल ने कहा, 'आरोपी एक-दूसरे को स्कूल के समय से जानते हैं. शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपियों ने लूट की योजना 10 दिन पहले बनाई थी. ये सभी एक ही मोहल्ले के हैं.'
पुलिस ने बताया कि 31.7 किलो सोने के आभूषण कथित तौर पर चोरी होने की बात कही गई थी, लेकिन पुलिस रिपोर्ट में केवल 28 किलो सोना जब्त किया गया है. पुलिस के मुताबिक पहले बैंक ने चोरी हुए सोने की रकम को गलत तरीके से कम करके आंका. लेकिन बाद में पुलिस ने बैंक अधिकारियों से चोरी हुए सोने की रकम के बारे में दस्तावेज जमा करने को कहा. लुटेरों ने कितना सोना लूटा इसकी भी गंभीरता से जांच की गई. उसके आधार पर बुधवार को गिरफ्तार किए गए दो लुटेरों बालाजी और संतोष को 5 दिन के लिए हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की गई.
यह भी पढ़ें- चेन्नई में लोन कंपनी से 20 करोड़ के गहने और नकदी ले गए लुटेरे
इसके बाद पुलिस हिरासत में आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. जांच में पता चला है कि लूट की घटना के बाद दो घंटे तक लुटेरा संतोष पोझीचलूर इलाके में घूमता रहा. यह भी पता चला कि संतोष की पत्नी जयंती अचरपक्कम पुलिस निरीक्षक अमलराज की पत्नी दया की रिश्तेदार है. इसके आधार पर संतोष से पूछताछ की गई. बताया गया कि पूछताछ में संतोष ने इस शर्त पर लूट के बाकी सोने के बारे में बताया कि इसमें शामिल एक व्यक्ति, जो पुलिस निरीक्षक है, उसे इस मामले में नहीं फंसाया जाए. इसके बाद स्पेशल पुलिस ने फर्जी वादा कर लुटेरे संतोष से सच निकालने की योजना बनाई. इसके बाद लुटेरे संतोष ने स्वीकार किया कि उसने अचरप्पक्कम इंस्पेक्टर अमलराज के घर में सोने के जेवर छिपाए हैं.