चंडीगढ़/झज्जर : आज चंडीगढ़ मेयर का चुनाव था लेकिन ऐन मौके पर इसे टाल दिया गया. बताया जा रहा है कि चुनाव अधिकारी छुट्टी पर चले गए हैं. जिसकी वजह से चुनाव टला है. इसकी सूचना मिलते ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और विरोध-प्रदर्शन करते हुए धरना दिया. इस मामले को लेकर आप पार्टी के पार्षद कुलदीप कुमार ने हाई कोर्ट में याचिका लगा दी. पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका में आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि गलत तरीके से चुनाव को टाला गया है. आप पार्टी ने नया पीठासीन अधिकारी लगाकर चुनाव करवाए जाने की अपील की.
6 फरवरी को मेयर चुनाव : पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आम आदमी पार्टी की याचिका पर सुनवाई की गई. इस दौरान हाईकोर्ट में जबर्दस्त बहस देखने को मिली. हाईकोर्ट ने पूरे मामले में चंडीगढ़ प्रशासन को फटकार लगाई है. अब पूरे मामले की सुनवाई 23 जनवरी को होगी. वहींं चंडीगढ़ प्रशासन ने कोर्ट को बताया है कि अब 6 फरवरी को मेयर चुनाव करवाए जाएंगे.चंडीगढ़ प्रशासन ने बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी एक सीलबंद रिपोर्ट हाईकोर्ट में सबमिट की है जिसमें बताया गया है कि पंजाब पुलिस के कमांडो चंडीगढ़ नगर निगम दफ्तर में दाखिल हुए थे. इस बीच चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर प्रशासन ने 6 फरवरी को चुनाव करवाने का नोटिस भी जारी कर दिया है. डीसी विनय प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि अनिल मसीह ही चुनाव अधिकारी होंगे. उन्हीं की निगरानी में मेयर के चुनाव करवाए जाएंगे. 6 फरवरी को सुबह 11 बजे मेयर के चुनाव होंगे.
23 जनवरी को होगी सुनवाई : इस बीच चंडीगढ़ प्रशासन के वकील चेतन मित्तल ने बताया कि मीडिया में देखा गया कि मेयर चुनाव को लेकर विवाद चल रहा है. इसको ऐसे पेश किया गया कि जैसे चंडीगढ़ प्रशासन मेयर चुनाव नहीं करवाना चाह रहा है. जबकि हालात कुछ और हैं. दलील दी जा रही थी कि चुनाव प्रशासन नहीं करवा रहा जबकि चंडीगढ़ प्रशासन ने चुनाव करवाने के 6 फरवरी के आर्डर रखे हैं, जिसको याचिकाकर्ता चुनौती दे सकते हैं. दो रिपोर्ट हाईकोर्ट में दी गई है. एक रिपोर्ट डीसी की तरफ से चुनाव अधिकारी को लेकर और एक रिपोर्ट कानून व्यवस्था को लेकर. चेतन मित्तल ने कहा कि जिस तरीके की कानून-व्यवस्था चंडीगढ़ में बनी उसको लेकर प्रशासन ने अपनी बात कोर्ट में सील बंद लिफाफे में दे दी है. वहीं पंजाब के एडवोकेट जनरल की ओर से बताया गया कि चंडीगढ़ प्रशासन और बीजेपी चुनाव को टालने की कोशिश कर रही है. इस मामले की सुनवाई पहले 22 जनवरी को किए जाने की बात हो रही थी, लेकिन हाफ डे होने की वजह से अब ये सुनवाई 23 जनवरी को होगी.
बीजेपी हार के डर से बौखलाई : आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी हार के डर से बौखलाई हुई है. अभी तो सिर्फ चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर का छोटा सा चुनाव है. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 2024 के चुनाव में जब इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा, तो बीजेपी की क्या स्थिति होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है, जो काम आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हो रहा है. ये दिखाता है कि बीजेपी की क्या सोच रही है.
-
लोकतंत्र पर फिर से प्रहार❗
— AAP Haryana (@AAPHaryana) January 18, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
‼️ INDIA गठबंधन की मजबूती देखकर भाजपा हुई बीमार
▪️INDIA गठबंधन के पास पूर्ण बहुमत — 36 में से 20 वोट और BJP के पास 14-15 वोट होने के कारण
▪️भाजपा की हालत उस बच्चे के जैसी जो गली के मैच में Out होने पर Bat लेकर भाग जाता है
▪️ Mayor के चुनाव ने BJP की… pic.twitter.com/fNkf0Nkwqq
">लोकतंत्र पर फिर से प्रहार❗
— AAP Haryana (@AAPHaryana) January 18, 2024
‼️ INDIA गठबंधन की मजबूती देखकर भाजपा हुई बीमार
▪️INDIA गठबंधन के पास पूर्ण बहुमत — 36 में से 20 वोट और BJP के पास 14-15 वोट होने के कारण
▪️भाजपा की हालत उस बच्चे के जैसी जो गली के मैच में Out होने पर Bat लेकर भाग जाता है
▪️ Mayor के चुनाव ने BJP की… pic.twitter.com/fNkf0Nkwqqलोकतंत्र पर फिर से प्रहार❗
— AAP Haryana (@AAPHaryana) January 18, 2024
‼️ INDIA गठबंधन की मजबूती देखकर भाजपा हुई बीमार
▪️INDIA गठबंधन के पास पूर्ण बहुमत — 36 में से 20 वोट और BJP के पास 14-15 वोट होने के कारण
▪️भाजपा की हालत उस बच्चे के जैसी जो गली के मैच में Out होने पर Bat लेकर भाग जाता है
▪️ Mayor के चुनाव ने BJP की… pic.twitter.com/fNkf0Nkwqq
पंजाब के सीएम के पास पहुंचे आप और कांग्रेस पार्षद: चंडीगढ़ मेयर चुनाव टलने के बाद सभी कांग्रेसी नेता चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष लकी के नेतृत्व में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर पहुंचे. राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल भी उनके साथ मौजूद रहे. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के सभी पार्षद मुख्यमंत्री भगवंत मान के चंडीगढ़ स्थित आवास पहुंचकर अपनी बात उनके सामने रखी.
'आम आदमी पार्टी डरी हुई है' : इस पूरे मामले पर बीजेपी पार्षद और सीनियर डिप्टी मेयर कंवर राणा ने कहा कि उन्हें नगर निगम की ओर से आधिकारिक सूचना दी गई कि इलेक्शन को पोस्टपोन कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के गुंडे चुनाव को प्रभावित करना चाहते हैं. मेयर चुनाव के लिए हमारे पास पूरा आंकड़ा है. किसी की भी तबीयत कभी भी खराब हो सकती है. इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि हम चुनाव से नहीं डरे, बल्कि आम आदमी पार्टी और राघव चड्ढा डरे हुए हैं.
बीजेपी ने कांग्रेस में लगाई सेंध : चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बीच बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी में सेंध भी लगा दी. कांग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ता बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए. इस बीच घबराई चंडीगढ़ कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक भी बुलाई है. इसमें बीजेपी के खिलाफ लामबंद होने और अपने पार्षदों को संभालने पर चर्चा हुई. दूसरी ओर आम आदमी पार्टी में भी बड़ी खलबली मच गई है. AAP की राजनीतिक मामलों की कमेटी की आपात मीटिंग AAP के दफ्तर में बुलाई गई है.
AAP का कोई भविष्य नहीं : वहीं इस बीच झज्जर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने अशोक तंवर के आप छोड़ने पर कहा है कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी का कोई भविष्य नहीं है. जो जो जितना जल्दी छोड़ जाए, उतना अच्छा है. कांग्रेस की गुटबाजी पर भी धनखड़ ने तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस में एकता नहीं है.
चुनाव अधिकारी की तबीयत खराब : आपको बता दें कि चंडीगढ़ मेयर के चुनाव टलने की जानकारी नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर ईशा कंबोज ने पत्र जारी कर दी. लेटर में लिखा गया कि अनिल मसीह ने उन्हें टेलीफोन पर जानकारी दी है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. इसलिए वो मेयर चुनाव के लिए आने में असमर्थ हैं. ऐस में कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर निगम दफ्तर में किसी भी प्रकार की एंट्री को रोका जाए. इसके बाद ही कांग्रेस और आप के पार्षदों ने हंगामा किया और अब पूरा मामला कोर्ट में है.
ये भी पढ़ें- एसआरके गुट की कांग्रेस संदेश यात्रा का आज दूसरा दिन, रणदीप सुरजेवाला भी होंगे शामिल