रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितो के पिछले 1 सप्ताह के आंकड़ों पर गौर करें तो पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ बढ़ता जा रहा (Central governments new guideline regarding booster dose) है. प्रदेश में 2 जुलाई को 161 संक्रमित मरीज मिले थे. जिनका पॉजिटिविटी दर 1.39 थी. 12 जुलाई को यह दर 3.5% तक बढ़ गई है. संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए ( rising figures of corona in Chhattisgarh are worrying) हैं. दूसरी तरफ बूस्टर डोज लगवाने में प्रदेश के लोगों का रुझान कम है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 10 से 15 लाख वैक्सीन मौजूद है. इन वैक्सीन का एक्सपायरी डेट 9 से 11 महीने तक होता (Lack of awareness about booster dose in Chhattisgarh) है. यह वैक्सीन करीब 8 माह से स्टॉक में है. ऐसे में अगस्त-सितंबर तक लाखों वैक्सीन के खराब होने का खतरा भी मंडरा रहा है. निजी अस्पतालों में कोरोना के वैक्सीन की कीमत 386 रुपए प्रति डोज रखी गई है. इस लिहाज से प्रदेश में रखे कुल वैक्सीन की कीमत का आंकलन करें तो यह करीब 40 करोड़ से अधिक रुपयों की है. बूस्टर डोज को लेकर केंद्र सरकार ने अब नई गाइडलाइन जारी कर दी है जिसके बाद जानकारों के मुताबिक वैक्सीन का अब ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो पाएगा.
केंद्र के क्या है निर्देश : केंद्रीय एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर हाल ही में छत्तीसगढ़ शासन ने भी कोविड के टीके के दूसरे डोज और बूस्टर डोज के बीच के समय को कम करके 6 महीने तक दिया है. इसके पहले यह अंतराल 9 महीने का था. वही अब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश के 18 से अधिक आयु वर्ग के लोगों को सरकारी टीकाकरण टीकाकरण केंद्रों में बूस्टर डोज लगाया जाएगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी. बूस्टर डोज के प्रचार प्रसार के लिए 15 जुलाई 2022 सिर्फ 75 दिन का एक विशेष अभियान भी शुरू किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: अब मौसमी बीमारी बन गया कोरोना! जानिए कैसे रहें सावधान ?
किस पर स्वास्थ्य विभाग कर रहा फोकस : राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ वीआर भगत ने बताया " प्रदेश में बूस्टर डोज़ में तेज़ी आए इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में अबतक 4 करोड़ 19 लाख 62 हजार 268 वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके है. प्रदेश में 18 आयु वर्ष से ज्यादा लगभग सभी को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है. प्रदेश में 18 आयु वर्ष से ज्यादा दूसरे डोज लगाने वालों की संख्या 90% है. प्रदेश में बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या काफी कम है. आंकड़ों पर नजर डालें तो बूस्टर डोज को लेकर आम लोगों में लापरवाही नजर आ रही है."
लोगों में जागरुकता की कमी : राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ वी आर भगत ने बताया " पहले 60 प्लस , फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों को सरकारी अस्पतालों में बूस्टर डोज लगाया जा रहा है. वहीं 18 आयु वर्ष से 59 आयु वर्ष के लोगों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्राइवेट अस्पतालों 386 रुपए देकर में बूस्टर डोज लगाना है . लेकिन अब केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन आ गई है. जिसके तहत अब 18 से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को सरकारी टीकाकरण केंद्रों में ही बूस्टर डोज लगाया जाएगा. 15 जुलाई 2022 से 75 दिन के लिए एक विशेष अभियान भी शुरू किया जा रहा है. इसके तहत हम कोशिश करेंगे कि प्रदेश भर में लोग बूस्टर डोज को लेकर जागरूक हो और वह सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर बूस्टर डोज लगवाएं.
कितने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन : प्रदेश में प्रथम डोज लगाने वालों की संख्या 100% हो गई है. वही अबतक प्रदेश में हुए वैक्सीनेशन के आंकड़े की बात की जाए तो अब तक प्रदेश में 4 करोड़ 19 लाख 62 हज़ार 268 डोज लगाए जा चुके है. जिसमे प्रथम डोज लगाने वालों की संख्या 100% है. वहीं 90% यानी 1 करोड़ 76 लाख 53 हजार 130 लोगों को वैक्सीन का सेकंड डोज लगाया जा चुका है. जनवरी से हुए 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है और 72% यानी 11 लाख 87 हजार 244 बच्चो को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है. वही प्रदेश में बूस्टर डोज 18 से 59 आई वर्ष में बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या सिर्फ 22 हजार 834 है. फ्रंटलाइन वर्कर्स स्वास्थ्य कर्मी और 60+ में बूस्टर डोस लगाने वालों की संख्या 8 लाख 9 हजार 595 है.