कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय को सूचित किया कि उसने कथित राशन वितरण घोटाले के आरोपी और फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास के आसपास के इलाकों में 10 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. अदालत ने मंगलवार को राज्य से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि शेख के घर के आसपास तुरंत सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से ‘लुकआउट नोटिस’ भी जारी किया गया है.
महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की अदालत को बताया कि बांग्लादेश सीमा से कुछ किलोमीटर दूर संदेशखाली में शेख के परिसर के आसपास के इलाकों में 10 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पास में ही रहने वाले शेख के भाई ने कहा, 'मैंने भी सुरक्षा कारणों से अपने घर में ऐसे कैमरे लगाए हैं.'
उच्च न्यायालय के एक सवाल पर बताया गया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता का अभी तक पता नहीं चल पाया है. पांच जनवरी को, शेख के समर्थकों द्वारा प्रवर्तन विभाग (ED) के तीन अधिकारियों पर कथित तौर पर हमला किया गया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जब उन्होंने उत्तरी 24 परगना जिले में शेख के आवास पर छापा मारने की कोशिश की. ईडी ने कहा है कि कथित राशन वितरण घोटाले में पैसे के लेन-देन की छानबीन से शेख जांच के दायरे में आ गए हैं. मामले में ईडी ने पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योति प्रिय मलिक को गिरफ्तार किया था.
ये भी पढ़ें - ईडी और टीएमसी नेता के परिवार ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया एफआईआर