नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं के छात्रों के लिए मूल्यांकन मानदंड विचाराधीन है. सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि विशेषज्ञ सभी संभावनाओं को देखकर निर्णय करेंगे. इसमें 2 सप्ताह का समय लगेगा.
उन्होंने आगे कहा, यदि छात्र मूल्यांकन प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं होते हैं तो उनके लिए कोविड के बाद पुन: परीक्षा का विकल्प उपलब्ध है.
त्रिपाठी (CBSE Secretary Anurag Tripathi) ने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि 12वीं का परिणाम आने पर छात्रों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े. छात्रों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उच्च विश्वविद्यालयों में प्रवेश शुरू होने से पहले उनके परिणाम आ जाएंगे.
गौरतलब है कि इसके पहले उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने कहा था कि उसे यह जानकार खुशी है कि सरकार ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है. साथ ही उसने सीबीएसई तथा सीआईसीएसई को अंकों के मूल्यांकन के लिए उद्देश्यपरक मानदंड दो हफ्तों के भीतर पेश करने का निर्देश दिया है.
न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर (AM Khanwilkar) और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी (Dinesh Maheshwari) की पीठ ने स्पष्ट किया कि वह मानदंड पेश करने के लिए और वक्त नहीं देगी क्योंकि कई छात्र भारत तथा विदेश में कॉलेजों में दाखिले लेंगे.
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