नई दिल्ली : कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (ex Gov Satyapal Malik) के लिए सीबीआई का समन सरकार पर सवाल उठाने वालों के लिए चुप रहने का संदेश है.
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने कहा, 'पूर्व राज्यपाल को सीबीआई के समन के पीछे का संदेश चुप रहना है. यह उन सभी के लिए एक संदेश है जो सरकार से सवाल करते हैं.'
2019 के पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पीएम और सरकार पर सवाल उठाने वाले पूर्व राज्यपाल को सीबीआई का ताजा समन शुक्रवार को मीडिया में विभिन्न साक्षात्कारों में आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद आया. मलिक से पहले सीबीआई ने अक्टूबर 2021 में पूछताछ की थी.
खेड़ा ने कहा कि 'हम हैरान हैं कि मलिक के आरोप लगाने के 10 दिन बाद सीबीआई का समन आया. हमने सोचा था कि प्रधानमंत्री इसे लेकर बहुत तत्पर होंगे और अगले ही दिन समन आ जाएगा.'
खेड़ा के अनुसार, पूर्व राज्यपाल ने आरोप लगाया है कि पीएम ने उन्हें पुलवामा हमले के एक दिन बाद चुप रहने के लिए कहा था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. पूर्व राज्यपाल ने जवानों को 5 विमान देने से इनकार करने में सरकार की गलती की ओर इशारा किया था. जम्मू से कश्मीर तक सड़क मार्ग से यात्रा करना बहुत गंभीर था और इसका जवाब दिया जाना चाहिए.'
खेड़ा ने कहा कि 'मलिक ने पीएम, तत्कालीन गृह मंत्री और एनएसए का नाम लिया है. किसी को तो सामने आकर जवाब देना चाहिए. व्हिसिल ब्लोअर्स को निशाना बनाने और अपने करीबियों को बचाने की इस सरकार की आदत है.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि 'मलिक ने पीएम के करीबी लोगों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल ने आरएसएस नेता राम माधव पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन वह अमेरिका में व्याख्यान दे रहे हैं, जबकि आरोप लगाने वाले मलिक सीबीआई कार्यालय में बैठे हैं.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि पुलवामा हमले में जहां सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे, वहीं हाल ही में इसी इलाके में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हुए. खेड़ा ने कहा कि 'कौन लेगा घटना की जिम्मेदारी?. क्या कोई खुफिया विफलता थी? मलिक ने सही सवाल उठाया था. हम सभी को जवाब चाहिए.'
कांग्रेस ने कहा कि 'कांग्रेस ने कहा कि पिछले 9 साल से सरकार जिस तरह से काम कर रही है और जिस तरह की नीतियां बनाई हैं, ऐसी बहुत सी बातें हैं, जिन्हें सरकार छिपाना चाहती है.'
खेड़ा ने कहा कि 'लेकिन अब कई लोग ऐसी बातों का खुलासा करना चाहते हैं. आने वाले दिनों में इस तरह के और खुलासे होंगे. आने वाले दिन लोकतंत्र के लिए अच्छे रहेंगे. यह हमारे नेता राहुल गांधी के उस बयान के अनुरूप है कि किसी को डरना नहीं चाहिए. लोगों को अब उनकी इस बात की अहमियत समझ में आ रही है. मलिक जैसे लोग हमारे लोकतंत्र की रक्षा करते हैं. आने वाले दिन काफी दिलचस्प होने वाले हैं.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे पहले सत्यपाल मलिक ने भी भाजपा की गोवा सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दों को पीएम के सामने उठाया था जब वह राज्यपाल थे. लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बजाय, मलिक को पोस्ट से हटा दिया गया और उन्हें गोवा से जल्दी से बाहर निकालने के लिए एक विमान भेजा गया. मलिक को तलब करने में सीबीआई को 10 दिन लग गए क्योंकि उन्हें भी कई बातों की सच्चाई पता चल रही है.