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कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी ने किया शिव की प्रतिमा का अनावरण - क्या बीजेपी की तिकड़ी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भिंड जिले के रावतपुरा धाम में 85 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा का अनावरण किया. दरअसल भिंड को कांग्रेस का गढ़ है. अब मुख्यमंत्री के इस कदम को कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी माना जा रहा है.

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Published : Mar 12, 2021, 1:04 PM IST

ग्वालियर : मध्य प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव से पहले बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने का मन बना लिया है. महाशिवरात्रि के दिन बीजेपी के तीन बड़े दिग्गज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भिंड जिले के रावतपुरा धाम पहुंचे. यहां उन्होंने 85 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा का अनावरण किया.

अब राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होना शुरू हो गई है कि बीजेपी के दिग्गज कांग्रेस के गढ़ भिंड और लहार क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश में जुट गए हैं. प्रदेश में किसी भी वक्त नगरी निकाय चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है.

रावतपुरा धाम में 85 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा का अनावरण

इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले भिंड के लहार में रावतपुरा में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया महादेव की सबसे ऊंची प्रतिमा के अनावरण के बहाने अपनी आमद दर्ज करा दी है.

85 फीट ऊंची शिव प्रतिमा का किया अनावरण

भिंड जिले के लहार में बना रावतपुरा धाम अब प्रदेश में अपनी नई पहचान बना चुका है. चंबल और ग्वालियर अंचल की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा अब यही है.

रावतपुरा धाम में बनी विशाल शिव प्रतिमा का निर्माण 3 साल पहले साल 2018 में शुरू हुआ था. खास बात यह है कि इस प्रतिमा को 20 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया है. इस प्रतिमा को सीमेंट कंक्रीट और लोहे के सरियों के जरिए तैयार किया गया है. जिस पर भूकंप का भी कोई असर नहीं होगा और भोलेनाथ की इस प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 85 फीट है.

इस प्रतिमा को 10 फीट के चबूतरे पर बनाया गया है. चंबल संभाग में अब तक की सबसे बड़ी और ऊंची मूर्ति है.

कार्यक्रम के जरिए जनता को साधने की कवायद

अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निकाय चुनाव को देखते हुए सौगातों का पिटारा खोल दिया. रावतपुरा की जनता को साधने की कवायद में सामुदायिक भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत कृषि क्षेत्र के लिए एक नहर परियोजना की घोषणा की.

वहीं रावतपुरा धाम को तीर्थ स्थान कहते हुए धार्मिक पर्यटन सर्किट में भी जुड़ने की घोषणा की. अब सीएम शिवराज की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में सौगाते देने की बात, विपक्षियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है.

पढ़ें : CM शिवराज ने 85 फीट ऊंची शिव प्रतिमा का किया अनावरण

चुनाव से पहले सेंधमारी का खेल

राजनीतिक लिहाज से लहार क्षेत्र मूल रूप से कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. लहार में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह, यहां 7 बार से विधायक पद पर काबिज हैं.

हालांकि अगर देखा जाए तो भिंड में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां से 3 सीटें जीती थी. लेकिन प्रदेश की तख्तापलट के लिए गोहद और मेहगांव से कांग्रेस विधायकों ने सिंधिया के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया था और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था.

हालांकि उप चुनाव में कांग्रेस ने गोहद सीट वापस जीत ली. लेकिन जिले में कांग्रेस कमजोर पड़ गई. लहार कांग्रेस का मजबूत गढ़ है, इसके मद्देनजर बीजेपी के दिग्गजों का दौरा आने वाले पंचायत और निकाय चुनावों के लिए पांसा फैंकने वाला माना जा रहा है.

चुनाव में कांग्रेस की कितनी तैयारी

मध्यप्रदेश कांग्रेस के पास फिलहाल महंगाई के अलावा कोई ठोस मुद्दा नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में इस बात पर कई कयास भी लगाए जा रहे हैं कि नगरीय चुनाव में कांग्रेस आखिर किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जाएगी.

हालांकि कांग्रेस 20 मार्च को लोकतंत्र सम्मान दिवस के रुप में मानने का एलान कर चुकी है. लेकिन कमलनाथ सरकार गिरने के बाद कांग्रेस की जमीनी तैयारी कुछ खास नजर नहीं आ रही है.

पढ़ें : आजादी का अमृत महोत्सव यानी- आजादी की ऊर्जा का अमृत : पीएम मोदी

अब अगर बात शिवराज सरकार की जाए तो प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने मास्टर स्ट्रोक खेला है. राज्य में 12 मार्च से उदय कार्यक्रम का आगाज हो रहा है.

इसके तहत करीब 3,300 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का खाका तैयार किया गया है. सरकार यह राशि अलग-अलग योजनाओं के तहत बांटेगी.

ग्वालियर : मध्य प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव से पहले बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने का मन बना लिया है. महाशिवरात्रि के दिन बीजेपी के तीन बड़े दिग्गज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भिंड जिले के रावतपुरा धाम पहुंचे. यहां उन्होंने 85 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा का अनावरण किया.

अब राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होना शुरू हो गई है कि बीजेपी के दिग्गज कांग्रेस के गढ़ भिंड और लहार क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश में जुट गए हैं. प्रदेश में किसी भी वक्त नगरी निकाय चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है.

रावतपुरा धाम में 85 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा का अनावरण

इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले भिंड के लहार में रावतपुरा में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया महादेव की सबसे ऊंची प्रतिमा के अनावरण के बहाने अपनी आमद दर्ज करा दी है.

85 फीट ऊंची शिव प्रतिमा का किया अनावरण

भिंड जिले के लहार में बना रावतपुरा धाम अब प्रदेश में अपनी नई पहचान बना चुका है. चंबल और ग्वालियर अंचल की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा अब यही है.

रावतपुरा धाम में बनी विशाल शिव प्रतिमा का निर्माण 3 साल पहले साल 2018 में शुरू हुआ था. खास बात यह है कि इस प्रतिमा को 20 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया है. इस प्रतिमा को सीमेंट कंक्रीट और लोहे के सरियों के जरिए तैयार किया गया है. जिस पर भूकंप का भी कोई असर नहीं होगा और भोलेनाथ की इस प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 85 फीट है.

इस प्रतिमा को 10 फीट के चबूतरे पर बनाया गया है. चंबल संभाग में अब तक की सबसे बड़ी और ऊंची मूर्ति है.

कार्यक्रम के जरिए जनता को साधने की कवायद

अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निकाय चुनाव को देखते हुए सौगातों का पिटारा खोल दिया. रावतपुरा की जनता को साधने की कवायद में सामुदायिक भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत कृषि क्षेत्र के लिए एक नहर परियोजना की घोषणा की.

वहीं रावतपुरा धाम को तीर्थ स्थान कहते हुए धार्मिक पर्यटन सर्किट में भी जुड़ने की घोषणा की. अब सीएम शिवराज की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में सौगाते देने की बात, विपक्षियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है.

पढ़ें : CM शिवराज ने 85 फीट ऊंची शिव प्रतिमा का किया अनावरण

चुनाव से पहले सेंधमारी का खेल

राजनीतिक लिहाज से लहार क्षेत्र मूल रूप से कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. लहार में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह, यहां 7 बार से विधायक पद पर काबिज हैं.

हालांकि अगर देखा जाए तो भिंड में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां से 3 सीटें जीती थी. लेकिन प्रदेश की तख्तापलट के लिए गोहद और मेहगांव से कांग्रेस विधायकों ने सिंधिया के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया था और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था.

हालांकि उप चुनाव में कांग्रेस ने गोहद सीट वापस जीत ली. लेकिन जिले में कांग्रेस कमजोर पड़ गई. लहार कांग्रेस का मजबूत गढ़ है, इसके मद्देनजर बीजेपी के दिग्गजों का दौरा आने वाले पंचायत और निकाय चुनावों के लिए पांसा फैंकने वाला माना जा रहा है.

चुनाव में कांग्रेस की कितनी तैयारी

मध्यप्रदेश कांग्रेस के पास फिलहाल महंगाई के अलावा कोई ठोस मुद्दा नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में इस बात पर कई कयास भी लगाए जा रहे हैं कि नगरीय चुनाव में कांग्रेस आखिर किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जाएगी.

हालांकि कांग्रेस 20 मार्च को लोकतंत्र सम्मान दिवस के रुप में मानने का एलान कर चुकी है. लेकिन कमलनाथ सरकार गिरने के बाद कांग्रेस की जमीनी तैयारी कुछ खास नजर नहीं आ रही है.

पढ़ें : आजादी का अमृत महोत्सव यानी- आजादी की ऊर्जा का अमृत : पीएम मोदी

अब अगर बात शिवराज सरकार की जाए तो प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने मास्टर स्ट्रोक खेला है. राज्य में 12 मार्च से उदय कार्यक्रम का आगाज हो रहा है.

इसके तहत करीब 3,300 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का खाका तैयार किया गया है. सरकार यह राशि अलग-अलग योजनाओं के तहत बांटेगी.

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