नलगोंडा: देश में कोरोना की तीसरी लहर काफी घातक साबित हो रही है. लोग डर के मारे कहीं कोरोना ना हो जए इस वजह से लोगों से मिल नहीं रहे. वहीं, कुछ लोग इस संकट के समय में अनूठे प्रयोग कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला तेलंगाना के नलगोंडा जिले से सामने आया है.
यहां के एक बीटेक के छात्र ने अपने घर के सामने लगे पेड़ को आइसोलेशन रूम में बदल दिया है. जानकारी के मुताबिक यह मामला नलगोंडा जिले के कोठा नंदीकोंडा गांव अदाविदेवुलपल्ली मंडल का है. बीटेक छात्र रामावत शिव हाल ही में कोरोना पॉजिटिव हो गया था. उसके घर में सिर्फ एक ही कमरा है और रहने वाले चार सदस्य. पॉजिटिव होने के बाद घर में आइसोलेशन की समस्या सामने आई. अनूठा प्रयोग करते हुए उसने घर के सामने लगे हुए एक पेड़ पर सेल्फ आइसोलेशन का जुगाड़ बनाया.
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परिवार में किसी और को कोरोना न हो इस वजह से उसने घर के सामने लगे पेड़ को अपना नया ठिकाना बनाया. परिवार के सदस्य रस्सी के सहारे से उसे भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे थे. वहीं, ग्रामीणों ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के मरीज आइसोलेशन सेंटर न होने से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने गांव में अलग से कोई आइसोलेशन सेंटर नहीं बनाया है. सभी ग्रामीणों ने कोरोना पीड़ितों की मदद का अनुरोध किया है.